हमारी खामोशी ही बयां करती है जज्बातों को
अब हम चुप ही रहा करते हैं।
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वक्त
Poetryसमय की आवाजाही में समय बीत गया रुक कर देखने में हम मशगूल थे जाने कब सामने से गुजर गया
वक्त
हमारी खामोशी ही बयां करती है जज्बातों को
अब हम चुप ही रहा करते हैं।