Chaand

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//Woh Chaand hi kya jo Badalon se chaon na le,
Woh Chaand hi kya jo raat ke saaye ka Sahara na bane ,
Woh Chaand hi kya jo ruthe ko ikraar na sikhaye ,
Woh Chaand hi kya jo bhatatkte akele ko uske khuda se na milaye//
                        ~Jasmeen
 

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⏰ पिछला अद्यतन: Apr 04, 2023 ⏰

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