3 ~ पति पत्नी और रोमांस (Husband, Wife and Romance)

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Hey people!

So the next poem is here. This one is a mixture of humor and love. I hope it makes you smile. If it does then do drop a comment to make me smile as well.

Happy reading!

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एक दिन पति पत्नी में हुई बड़ी ज़ोर लड़ाई,

बात तलाक तक हो आई,

इनको अब कौन समझाए भाई,

छोटी- छोटी बातों पर नहीं करते लड़ाई,

इतने में रोमांस ने अपनी बुद्धि लगाई,

जो सोया था चदर ओढ़ कर मेरे भाई


रोमांस के कहने पर पति ने चाय बनाई,

ओह!ये क्या पत्नी को तो पसंद नहीं आई,

अब चाय पर फिर से हुई लड़ाई,

फिर रोमांस ने अपनी बुद्धि लगाई,

पति ने पत्नी के लिए सब्जी बनाई,

ये क्या! उस में तो बहुत मिर्ची थी मेरे भाई,

पत्नी गुस्से में गुर्राई,

जब बनानी नहीं आती सब्जी


तो क्यों बनाई, क्यूं मेरी जीभ जलाई,

उफ! ये तरकीब भी काम न आई,

रोमांस ने फिर अपनी बुद्धि लगाई,

पति ने पिक्चर की दो टिकट मंगाई,

पत्नी मुस्कुराई::::::::

फिर दोनों थियेटर पहुंचे मेरे भाई,

जैसे ही पिक्चर शुरू हुई,

पीछे से आवाज़ आई,

जब दोनों ने पीछे मुड़कर देखा तो,

एक मोहतरमा मुस्कुराई,

पति घबराया :::::::::

ओह! ये तो पुरानी गर्लफ्रैंड है भाई,

पति - पत्नी में जबरदस्त हुई लड़ाई,

अब तो रोमांस भी थक गया मेरे भाई,


नई सुबह और नई उम्मीद के साथ,

पति देव ने फिर से हिम्मत जुटाई,

पत्नी को घुमाने की प्लैनिंग बनाई,

Dil Ki Baatein (A collection of poems)Where stories live. Discover now