"अंधेरे में डर"

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एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम राहुल था। राहुल को अंधेरे में डर लगता था, लेकिन वह कभी इसके बारे में किसी से नहीं बताता था।

एक रात, राहुल को अपने दादा के पुराने मकान में जाना पड़ा। मकान बहुत पुराना था और उसमें अजीब-अजीब आवाजें आती थीं। राहुल ने सोचा कि वह थोड़ी देर वहाँ रहेगा और फिर वापस आ जाएगा।

लेकिन जब राहुल मकान में गया, तो उसने देखा कि वहाँ कुछ अजीब हो रहा है। दरवाजे खुद-ब-खुद खुल रहे थे और बंद हो रहे थे। राहुल ने सोचा कि यह उसकी कल्पना है, लेकिन फिर उसने एक अजीब आवाज सुनी।

आवाज एक पुराने आदमी की थी जो राहुल से बात कर रहा था। राहुल ने पूछा कि वह कौन है, लेकिन आदमी ने कुछ नहीं कहा। राहुल ने फिर से पूछा, लेकिन आदमी ने फिर से कुछ नहीं कहा।

राहुल डर गया और वह वहाँ से भाग गया। लेकिन जब वह वापस आया, तो उसने देखा कि आदमी अभी भी वहाँ था। राहुल ने फिर से पूछा कि वह कौन है, लेकिन आदमी ने फिर से कुछ नहीं कहा।

राहुल बहुत डर गया और वह वहाँ से भाग गया। लेकिन जब वह वापस आया, तो उसने देखा कि आदमी गायब हो गया था। राहुल ने सोचा कि यह उसकी कल्पना थी, लेकिन फिर उसने एक अजीब चीज देखी।

अदमी की एक तस्वीर थी जो राहुल के सामने थी। राहुल ने सोचा कि यह किसकी तस्वीर है, लेकिन फिर उसने देखा कि यह उसके दादा की तस्वीर थी।

राहुल बहुत डर गया और वह वहाँ से भाग गया। लेकिन जब वह वापस आया, तो उसने देखा कि तस्वीर गायब हो गई थी। राहुल ने सोचा कि यह उसकी कल्पना थी, लेकिन फिर उसने एक अजीब आवाज सुनी।

आवाज उसके दादा की थी जो राहुल से बात कर रहा था। राहुल ने पूछा कि वह कौन है, लेकिन दादा ने कहा कि वह उसका दादा है और वह उसे कभी नहीं छोड़ेगा।

राहुल बहुत डर गया और वह वहाँ से भाग गया। लेकिन जब वह वापस आया, तो उसने देखा कि दादा गायब हो गया था। राहुल ने सोचा कि यह उसकी कल्पना थी, लेकिन फिर उसने एक अजीब चीज देखी।

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