बारिश

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रिमझिम जीवन बूंद के आने से हर्षित हुई जग जीवन ।गगन का संदेश ले चुलबुली।बिछी वसुधा बरखा छबीली।इठलाती मोहिनी चटकीली। नाचती नटिनी छप छप छबीली।
रिमझिम जीवन बंदे धरा पर आई , हर्षित हुई जग जीवन ।
शीतल बूंद मिलन की आस की। 
स्वर्णिम फूल क्षितिज पर चमकी। 
‌अठखेलियां पवन की भाए । 
शाख पात नद नाले बांह फैलाएं।
रिमझिम जीवन बंदे धरा पर आई , हर्षित हुई जग जीवन ।
धरती के अंतस्थल हुई प्यासी,
मेघ ढुंढे वन दरिया तरु पात नद नाले बरखा ढूंढे मिले कंक्रीट अटाले कचरे,जीवन बूंद को तरसे जग सारे।
रिमझिम जीवन बंदे धरा पर आई , हर्षित हुई जग जीवन ।
रिमझिम जीवन बूंदें आसमां से धरा को तारने आई।
आनंद आया अनमोल जीवन बुंदें बरसायी बरखारानी।

रिमझिम रिमझिम बरखा झिलमिल झिलमिल बरसी।
सजन का संदेश ले चुलबुली
बिछी वसुंधरा छबिली,
नाचती नटिनी तु गर्विली,
बिछी बरखा छप छप छबिली।

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⏰ पिछला अद्यतन: Oct 08, 2024 ⏰

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