भाग ३

2 0 0
                                    

अनिका और समीर के दिलों में अब एक नया विश्वास और प्यार था। बारिश में नृत्य करते हुए, उन्होंने अपने रिश्ते को एक नई दिशा देने का फैसला किया।

“हम इसे एक मौका देंगे, लेकिन धीरे-धीरे,” अनिका ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि हमारी दोस्ती में कोई दरार आए।”

समीर ने मुस्कुराते हुए कहा, “बिल्कुल। हम पहले जैसे दोस्त रहेंगे, बस अब प्यार भी होगा।”

कुछ हफ्तों तक, उनका रिश्ता गहराता गया। कॉलेज के हर दिन में एक नया उत्साह था। वे एक-दूसरे के साथ हँसते, पढ़ाई करते, और कभी-कभी बारिश में फिर से नाचने का मज़ा लेते।

लेकिन एक दिन, अनिका ने देखा कि समीर पहले से ज्यादा व्यस्त रहने लगा था। उसने उससे पूछा, “क्या सब ठीक है? तुम मुझसे दूर होते जा रहे हो।”

समीर ने कहा, “नहीं, ऐसा नहीं है। मुझे कुछ व्यक्तिगत मुद्दों से गुजरना पड़ रहा है।” लेकिन उसने अनिका को पूरी बात नहीं बताई।

एक शाम, जब बारिश शुरू हुई, अनिका ने फिर से समीर को फोन किया। उसने सोचा कि शायद वे फिर से बारिश में नाच सकते हैं। लेकिन समीर ने कहा, “मुझे माफ करना, मैं बाहर नहीं आ सकता। मुझे कुछ और काम करना है।”

अनिका को निराशा हुई, लेकिन उसने समझा। वह अकेले ही पार्क में गई। वहाँ बैठकर, उसे अपने रिश्ते की भविष्यवाणी करने में मुश्किल हो रही थी। क्या समीर सच में व्यस्त था, या वह उसे छोड़ने की सोच रहा था?

अगले दिन, अनिका ने समीर से मिलने का फैसला किया। वह उसके घर गई। समीर ने दरवाजा खोला, लेकिन उसकी आँखों में एक उदासी थी।

“क्या हुआ, समीर?” अनिका ने पूछा।

“मुझे तुमसे बात करनी है। मुझे लगता है कि हमें कुछ समय के लिए अलग होना चाहिए। मैं तुम्हें चोट नहीं पहुँचाना चाहता,” समीर ने कहा।

अनिका के दिल में एक भयानक दर्द हुआ। “लेकिन मैंने तुमसे प्यार किया है! क्या यह सब खत्म हो गया?”

“नहीं, यह खत्म नहीं है। मुझे खुद को समझने का थोड़ा समय चाहिए। मैं तुम्हें प्यार करता हूँ, लेकिन अभी मैं खुद को खोता हुआ महसूस कर रहा हूँ,” समीर ने कहा।

अनिका ने आँसुओं के साथ कहा, “अगर तुम खुद को ढूंढने में व्यस्त हो, तो मैं तुम्हारे लिए यहाँ रहूँगी। लेकिन मैं चाहती हूँ कि तुम मुझे छोड़कर न जाओ।”

समीर ने उसकी आँखों में देखा, और कहा, “मैं वापस आऊँगा। तुमसे दूर जाना मेरे लिए सबसे कठिन होगा।”

अंत

समीर ने कुछ हफ्तों के लिए अपने विचारों को स्पष्ट करने का फैसला किया। अनिका ने भी उसे सपोर्ट किया, भले ही उसका दिल टूट गया था। वे दोनों अलग हो गए, लेकिन प्यार की एक नई कहानी उनके दिल में लिखी गई।

कुछ महीनों बाद, बारिश के एक दिन, अनिका पार्क में अकेली बैठी थी। तभी समीर आया। उसके चेहरे पर एक नई चमक थी।

“क्या तुम मुझे माफ करोगी?” समीर ने कहा। “मैंने खुद को खोज लिया है और मुझे पता है कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ। मैंने तुमसे जो कहा, वो केवल मेरे डर थे।”

अनिका ने मुस्कराते हुए कहा, “मैंने हमेशा तुम्हारा इंतजार किया।”

इस बार, बारिश में नाचते हुए, उन्होंने एक नई शुरुआत की—एक सच्चे प्यार की कहानी, जहाँ दोनों ने एक-दूसरे के लिए अपनी भावनाओं को समझा और स्वीकार किया।

उनकी कहानी ने साबित किया कि सच्चा प्यार हर दर्द को मात दे सकता है और जीवन के उतार-चढ़ाव के बीच, एक-दूसरे के लिए खड़ा रहना ही असली प्यार है।

समाप्त

आप प्रकाशित भागों के अंत तक पहुँच चुके हैं।

⏰ पिछला अद्यतन: Oct 12 ⏰

नए भागों की सूचना पाने के लिए इस कहानी को अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें!

A STORY IN THE RAIN जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें