"हिना दीदी मुझे कंसर्ट में जाने के लिये पांच हज़ार रूपये दो ना ,ये मेरा आख़िरी कंसर्ट होगा इसके बाद कभी आपको परेशान नहीं करूँगा "बंटी पिछले २० मिनट से अपनी बहन हिना से यही बात बार -बार दौहरा रहा था लेकिन हिना थी कि मान ही नहीं रही थी।
अंत में बंटी ने कहा ठीक है आज से मै तुम्हारे लिये मर गया,यह सुनते ही हिना तङप उठीं और गुस्से में रूपये बंटी के मुँह पर दे मारे और बंटी ने हंसते हुए रुपये उठाये और तेज़ी से घर से बाहर निकल गया।
बाहर निकलते ही बंटी ने इमरान को कॅाल किया और कहा,चल यार पैसे का इंतज़ाम हो गया ।ठीक है यार चल मै चिन्मय और दूसरे दोस्तों को भी बुला लेता हूँ ।हिना की अभी अभी आँख लगी थी कि तभी इमरान का फोन आया कि समीर की अचानक तबीयत ख़राब हो गयी है मैं आपको लेने आपके घर आ रहा हूँ ।
इमरान के घर पहुँचकर हिना ने देखा बंटी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और लगभग बेहोशी में था।
पिछले २ घंटे से ये इसी हालत में है चिन्मय के मुंह से अचानक निकला।
"तुम लोग इसको हॉस्पिटल क्यों नही ले गए अभी तक जल्दी इसको हॉस्पिटल ले चलो", हिना गुस्से में बोली ।
हॉस्पिटल ने गंभीर हालत में बंटी को ICU में भरती किया।
इसके बाद हिना ने अपनी मम्मी बबली और पापा अनवर जमशेद को फोन किया जो एक शादी में मेरठ आए हुए थे,आनन फानन मे मुंबई पहुंचे ।
दो दिन ICU में बंटी की हालत में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं हुआ,और इसी हालत में मौत हो गई।ौ