सतहरवॉ दिन - 25 अगस्त, खम्मम (आन्धप्रदेश्)
देरी से उठा योग किया कार्यक्रम देरी से हुआ स्थानिय कॉलेज में तेलगुदेषम के सांसद जनतादल सेकुलर, भाजपा के किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, तथा मेरे पुराने मित्र शंकरराव मंचासिन थे सिनियर कार्डियोलाजिस्ट तथा फुले आम्बेडकर इन्सटॅॅयूट आफ सोषल साईन्स के डॉ0 एफ गोपीनाथ ने बताया कि वे पूर्व गृह मंत्री इंदिरा रेड्डी के मित्र है जिन्होंने उन्हें जाति व्यवस्था पर डॉ0 लोहिया की किताब दी थी। उहोंने कहा कि मेरा लोहिया से परिचय जीएम अन्जयिया द्वारा दी गई किताबो के माध्यम से भी हुआ। उन्होंने कहा कि द्धिज होकर जो लोग सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करते है उनका योगदान अत्यधिक है। डॉ0 गोपीनाथ ने कहा कि कम्युनिस्ट देष में इसलिए तरक्की नही कर सके क्योंकि उन्होंने जाति व्यवस्था को नही समझा। श्री नागेष्वरराव ने किसानो की खराब हालत को कांग्रेस को जिम्मेंदार ठहराया। सांसद नागेष्वरराव लोकसभा में तेलगुदेषम के संसदीय दल के नेता है। उन्होंने कहा कि डॉ0 सुनीलम् ने जो मुददे यहां उठाया मैं उन्हें संसद में उठाउंगा। कार्यक्रम के दौरान सहकारी खेती तथा छोटे किसान को केन्द्रीत बनाकर अर्थव्यवस्था खडी करने को लेकर चर्चा हुई। भाजपा के किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार एसीजेड के माध्यम से किसानो का खात्मा करना चाहती है।
वारेगंल में राजाराम नरेन्द्र, तेलगु लायब्रेरी में कार्यक्रम हुआ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एड0 सायमषंकररिया एड0 ने कहा कि इतनी लंबी यात्रा करना अपने आप में बडा त्याग है इसलिए सभी त्यागी यात्रियो का हम स्वागत करते है। उन्होंने टीएन अंजेैया का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार मुख्य न्यायधीष के सामने वे जब बहस कर रहे थे तब श्री अंजैया इतनी तेज आवाज में बोल रहे थे कि मुख्य न्यायधीष ने कहा कि मेरी आवाज कम नही थी तो वे अवमानना की कार्यवाही करेंगे लेकिन वे तेज बोलते रहे। मुख्य न्यायधीष ने उन्हें शाम तक खडा रहने की सजा दी। उन्होंने बताया कि अंजैया के नाम पर अन्य गुट हट बनाया गया है। वक्ताओं ने बताया कि प्रो0 जे राघेवन्द्रराव वारंगंल में सक्रिय है उनका लेख भी अखबार वार्ता ने छापा हैं तथा विषेषांक भी निकाला है। एम सबोदर रेड्डी जो आन्ध्रप्रदेष बार कौंन्षील के सदस्य है ने कहा कि समाजवाद का विचार मार्क्सवाद और गांधीवाद के बीच का विचार है। उन्होंने कहा कि लोहिया कोई सम्पत्ति छोड़कर नही गए लेकिन राजनीतिक आज के नेताओ के लिए बडा व्यापार है। श्री वेकंेटराव ने कहा कि जब यात्रा के बारे मे सुना तो सोचा था कि बुजुर्ग लोहियावादी मिलेंगे लेकिन यात्रा में जब युवा दिखलाई पडे तब मुझे लगा कि नई पीढी भी समाजवादी आन्दोलन के साथ जुड रही है। गांधीवाद की क्रांतिकारी को उभारकर तथा मार्क्सवाद के मानविय चेहरे के साथ समाजवाद का काम होना चाहिए। श्री सत्यनारायण ने रेड्डी ने कहा कि समता और सम्पन्नता का संदष ही यात्रा का संदेष है। उन्होंने कहा कि जब डॉ0 लोहिया के मरने के 47 वर्ष के बाद 30 युवा घुम रहे है तब यह कहना कि लोहिया का विचार अमर है अतिषोयक्ति नही होगी। श्री पापी रेड्डी ने डॉ0 लोहिया के व्यक्तित्व और कृत्वीत्व पर प्रकाष डाला। श्री धनंजय ने कहा कि सरकार को स्कूल के पाठ्यक्रम में डॉ0 लोहिया को पढ़ाना चाहिए।
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