इक्कीसवा दिन - 29 अगस्त, नागपूर

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इक्कीसवा दिन - 29 अगस्त, नागपूर

रात्रि में आमदार निवास नागपूर में ठहरा बहुत सुबह योग किया। जमाल भाई तथा मायाताई के साथ लोहिया अध्ययन केन्द्र पहुंचा। जमाल भाई ने मायाताई और अफजल भाई साथियो सहित पहुंचे। सभी अतिथि आए। सुरेश अग्रवाल ने कहा कि हम तो निराश थे लेकिन यात्रा के डॉ0 सुनीलम के अनुभवो ने हमारे अन्दर नई ऊर्जा का संचार किया हैं। श्री सुरेश खैरनार ने डॉ. लोहिया की पुस्तिका विभाजन के अपराधी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। यात्री दल ने नागपूर के साथियो के साथ मिलकर उच्च न्यायालय में मराठी भाषा के उपयोग की मांग को लेकर लोहिया अध्ययन केन्द्र से जुलूस निकाला। कार्यक्रम के दौरान श्री हरीष अडयालकर को विषेष तौर पर डॉ0 लोहिया के विचारो का प्रचार प्रसार करने के लिए लोहिया अध्ययन केन्द्र स्थापित करने तथा नियमित रूप से पत्रिका निकालने के लिए सम्मानित किया गया। श्री अडयालकर ने रेलवे की नौकरी के बाद लगातार परिश्रम कर लोहिया अध्ययन केन्द्र की बहुमंजिला इमारत तैयार की है जिसका इस्तेमाल देष के सभी समाजवादी, गांधीवादी तथा सर्वाेदयो द्वारा नियमित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए किया जाता है। लोहिया अध्ययन केन्द्र में श्री मधु लिमये के नाम से स्मृति में सभागृह का निर्माण किया गया है।

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