38 वॉ दिन - 15 सितम्बर

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38 वॉ दिन - 15 सितम्बर

हम कानपुर पहुंचे कानपुर में समाजवादी पार्टी द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। हजारो की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता, स0पा0 कार्यकारी अध्यक्ष, पूर्व मंत्री षिवपाल यादवजी के साथ कार्यक्रम में मौजूद थे। सप्तक्रांति यात्रा का स्वागत करते हुए षिवपाल यादव जी ने कहा कि जहॉ अन्याय, अत्याचार हो वही खड़े होकर उसका विरोध करना चाहिए यही डॉ0 लोहिया का सन्देष है। उन्होंने कहा कि उ.प्र. में जोर, जुल्म, अत्याचार एवं भ्रष्टाचार सीमा से अधिक बढ़ गया हैं उसके खिलाफ समाजवादी सड़को पर है। किसानो को लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिया जाना चाहिए। मातृभाषा का प्रयोग होना चाहिए। शांतिपूर्ण आन्दोलन पर गोली चालन बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने उद्देष्यो को नही पा लेते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। षिवपाल जी ने यात्रा के लिए 51 हजार रूपए देने की घोषणा की, विधायक इमरान सोलंकी 13 हजार रूपए तथा एक अन्य साथी द्वारा यात्रा के लिए 11 हजार रूपए दिये गये। उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधिंत करते हुए ओमप्रकाष शुक्ला जी ने कहा कि लोहिया जी का देष में वही स्थान है, जो प्लेटो का यूनान में, लेनिन का रूस में तथा रूसो का फ्रांस में है। चार बार विधायक रहे श्री बेडिया ने कहा कि संघर्ष ही परिवर्तन का एकमात्र रास्ता है। डॉ0 लोहिया ने ही पूरे देष में ही नही पूरी दुनिया में संघर्ष किया। उन्होंने अमरीका में काले लोगो की लड़ाई लड़ी। श्री बेडिया ने कहा की जो संघर्ष करते हुए सीने को गोली खाने को तैयार हो वह ही समाजवादी कहलाने योग्य है। उन्होंने बताया कि इस मैदान मे रेवाषंकर त्रिवेदी के प्रस्ताव पर डॉ0 लोहिया की मूर्ति लगी थी। मैंने कहा कि इस उद्देष्य को हासिल करने के लिए व्यापाक समाजवादी एकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस एकजुटता को बनाने का काम नेताजी द्वारा ही किया जा सकता है। डॉ0 सुनीलम् ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन हो गया है क्योंकि आज षिवपाल जी द्वारा यह घोषणा की गई है कि जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी हम शांतिपूर्ण आन्दोलनो पर पुलिस गोली चालन पर कानूनी प्रतिबन्ध लगायेंगे। यात्रियो की ओर से स0पा0 नेताओ को स्मृति चिन्ह भेट किए गए। कार्यक्रम में कुलदीप सक्सेना सहित कानपुर के सभी प्रमुख समाजवादी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र गौतम ने अकबरपुर (कानपुर देहात) में कार्यक्रम किया जिसमें सैंकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। कानपुर देहात के स0पा0 कार्यालय में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया वहॉ से हम आगे बढ़े। घनष्याम अनुरागी सांसद जालौन हमारे साथ बस में बैठकर कुरई तक गए। उन्होंने बताया कि पंच, सरपंच, जिलाप्रमुख बनने के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने टिकट देकर सांसद बनने का अवसर दिया। उरई में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया तथा हमने एक प्रेस वार्ता को सम्बोधिंत किया। वहॉ से हम झांसी पहुंचे जहॉ पर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। देर रात पहुंचने के बावजूद झांसी के 5 हजार से अधिक संख्या वाले स्कूल की नेत्री अर्चना गुप्ता हमारा इंतजार कर रही थी। छात्रावास के छात्र/छात्राए, षिक्षक कार्यक्रम में उपस्थित थे। समाजवादी चिन्तक एवं झांसी डेवप्लमेंट अर्थाटी के पूर्व अध्यक्ष श्री हरगोविन्द कुषवाह ने कहा कि डॉ0 सुनीलम् देष के मौलिक चिन्तको में से एक है जो पुरी दुनिया में समाजवाद का झण्डा फहरा रहे है। उन्होंने कहा कि असमानता लगातार बढ़ती जा रही है जिस देष मे 77 करोड़ लोग 20 रूपए दिन पर जीवकोपार्जन करते हो वह देष कैसे दुनिया का अगुआ बन सकता है। चौधरी असलम शेर ने कहा कि डा0 सुनीलम्, ब्रजभूषण तिवारी, मोहनसिंह के बाद आज देष के उच्च स्तर के समाजवाद के प्रणेता बन गए है। सुश्री अर्चना गुप्ता ने कहा कि देष के लोगो को अत्याचार से लड़ने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं छात्र, छात्राओ को अत्याचार से लड़ने के लिए लगातार प्रेरित करती हूं तथा समाजवाद को धरती पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध हू। कार्यक्रम को मीरा रैयकवार, श्रीमति सुषीला दुबे, भगवान पाटिल ने सम्बेान्धित किया। भगवान पाटिल ने कहा कि झांसी की पहचान रानी लक्ष्मीबाई जलगांव जिले की थी। उसी तरह वेदव्यास भी जलगांव के थे। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड का तथा खानदेष का नजदीकी रिष्ता है। गुड्डी ने कहा कि अर्चना जी बचपन से छात्र, छात्राओं को समाज से जुड़ने तथा समाज परिवर्तन के मूल्यो से जुड़कर उन्हे जो अवसर प्रदान कर रही है वे अवसर यदि हमें मिले हुए होते तो हम बहुत आगे निकल गए होते।

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