54 वां दिन - 1 अक्टूबर श्रीनगर

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54 वां दिन - 1 अक्टूबर श्रीनगर

रात्रि विश्राम खनवल के रेस्ट हाऊस में किया। सुरक्षा कर्मी मोहम्मद इस्माईल भट्ट ने बताया कि उसकी भांजी के पिता और उसका साला 1999 में खेत पर मार दिए गए। जब वे सिंचाई कर रहे थे। ग्राम कालपुरा के सैकड़ो लोगो ने 2 दिन तक धरना दिया जॉच के आदेष हुए फिर भी मालुम नही पडा की सुरक्षा कर्मीयो ने उन्हें क्यों मारा? इसी तरह कुपवाड़ा के रावतपुरा ग्राम के षिक्षक के सामने उनकी लडकी के साथ फौजियो ने छेडखानी की। षिक्षक द्वारा रोकने पर उसे गोली मार दी गई। 7 दिन हड़ताल चली लडकी के भाई को नौकरी दे दी गई।

यात्रा विजबेहरा पहुंची जहां ग्रामवासियो ने स्वागत किया। स्वागत करते हुए स्थानीय पीर साहब, मोहम्मद अयूब ने कहा कि कष्मीर को अमन और इतहाद की जरूरत है इसके बिना देष की तरक्की नही हो सकती। उन्होंने कहा कि जब जुल्म और शोषण होगा तब अमन को नुकसान होगा। कमजोर को जब तक सताया जाता रहेगा तब तक अमन कायम नही होगा। नफरत के आधार पर कोई रिष्ता नही बन सकता। तब मुल्क कैसे बन सकता है? जब तक आवाम के जज्बातो की कद्र नही की जायेगी तब तक बात नही बनेगी। उन्होंने कहा कि गुलाब में खुषबु और खुबसूरती दोनो हैं लेकिन पंखुडीयो को अलग कर दिया तो सब कुछ खत्म हो जाता है। देष की तरक्की तभी हो सकेगी जब सब मिलकर एकसाथ रहेगे। एक दुसरे के सुख दुःख का एहसास तथा देष और समाज को दिषा देने में एकजुटता कायम रहने पर ही देष आगे बढ़ता है। जिस तरह सुई का दर्द पूरे शरीर में होता हैं उसी तरह देष के एक अंग की पीड़ा दूसरे को भी होनी चाहिए। जिस तरह हर अंग को खुन पहुंचाने का काम धमनिया करती है सरकारो का काम हैं कि वह आवष्यकतानुसार सप्लाई पहुंचाए। उन्होंने कहा कि डॉ0 लोहिया ने गुलामी के लिए जाति व्यवस्था को कसूरवार माना था लेकिन आज भी देष जाति और धर्म में बंटा हुआ है। इन्सानियत की तरक्की का विचार ही लोहिया का विचार है।

फयाज भाई ने कहा कि हिन्दुस्तान में 15 करोड़ मुसलमान रहते है। हम कष्मीर के लोग 20 वर्षाे से मुसीबत में रह रहे है यात्रा कष्मीरियो को यह बताने आई हैं कि हम आपके दर्द में शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे तालीम पा लेने के बाद भी न तो देष में रोजगार पा पाते है न ही उन्हें विदेष जाने का अवसर मिलता है। उन्होने कहा कि यात्रा का मकसद नफरत को खत्म करना, प्यार मोहब्बत के पैगाम को देषभर में ले जाना है। उन्होंने कहा कि खुदा ने हमे निष्चित समय दिया है जैसा परीक्षा में निष्चित समय मिलता है वैसा ही समय हमे मिला है। राजेष भाई ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि युसुफ मेहेर अली ने भारत छोड़ो का नारा दिया था। अग्रेंज तो भारत छोड़ गए लेकिन काले अंग्रेज आज भी राज कर रहे है। जमीर अहमद ने कहा कि जब भी हम बाहर जाते है हमे अविष्वास की नजर से देखा जाता है यह भेदभाव है हर कष्मीरी को शक की नजर से क्यों देखा जाता है यदि भारत कहता है कि कष्मीर हमारा हिस्सा है तो भेदभाव क्यो? उन्होंने कहा कि बेरोजगारी नौजवानो को दीमक की तरह खा रही है। बेरोजगार हड़ताल, दंगो तथा तमाम किस्म के उपद्रवो में शामिल होते है। तब तक शांति नही आएगी जब तक इन बेरोजगारो को रोजगार नही मिलता। हम सबको एकजुट होकर शांति के लिए एक राय बनानी चाहिए। श्री मुज्जफर अहमद ने कहा कि उन्होंने मेरठ विष्वविद्यालय से कृषि में एमएससी की है। 3 वर्ष से 1500 रूपये पर काम कर रहे है। मंत्री भरोसा देते है नौकरी देने का लेकिन मुझे लगता है कि विष्वविद्यालय की पढ़ाई नौकरी दिलाने के लिए काम नही आ रही। पूर्व सांसद श्री शेख रहमान ने कहा कि मैं डॉ0 लोहिया के विचार से पहले से जुडा हॅू यही विचार देष की तरक्की कर सकता है। उन्होंने कहा कि आजादी, जुल्म, महंगाई, बेरोजगारी तथा लूट करने के लिए नही हासिल की गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार खिदमत के लिए होती है हुकूमत के लिए नही। उन्होंने कहा कि कष्मीर को कमीषन एजेंटो से मुक्त कराने की जरूरत है। केवल बड़े लोगो का नाम लेने से काम नही चलेगा। बडे लोगो जैसी कुर्बानी के आचरण को अपनाना होगा। शेख रहमान ने कहा कि राजा हरीसिंह ने कष्मीर को भारत के साथ जोडा। श्री रहमान ने कष्मीर के राजनीतिक इतिहास बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह सईद सलाउद्दीन को हराया गया था। डीसी ने उसको जीत की मुबारकबाद दी थी और कहा था की नमाजे शुक्राना पढ़ो लेकिन बाद में दुसरे को जिता दिया। उन्होंने कहा कि कष्मीर को हजारो करोड़ रूपया मिला लेकिन भ्रष्टाचार में सब खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि बन्दूक से समस्या का हल नही निकल सकता। उन्होंने कहा कि इन्कलाब का विचार जब तक लोगो के दिमाग मेे घर नही कर जाता तब तक सत्ता यू ही चलती रहेगी। जब इन्कलाब का तूफान उठ जाता हैं तब आवाम सत्ता को ताष के पत्ते की तरह उखाड देती है। श्रीमति अमृत वर्षा ने कहा कि दुनिया की निगाहे कष्मीर पर लगी है। कष्मीर में आज भी फर्जी चुनाव हो रहे है।

श्री गुलाम अहमद, कैसर निजामी से श्रीनगर में मुलाकात हुई। श्री निजामी ने कहा कि वे गायक है तथा सपा से जुडे हुए है। श्री वसीर अहमद महामंत्री सपा ने कहा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है सभी को विकास में भागीदारी मिले तो कष्मीर की तरक्की हो सकती है। श्री गुलाम अहमद गुजरी ने बताया कि कष्मीर की आबादी 65 लाख है जहा मुसलमान बहुसंख्यक है। कष्मीर में 95 प्रतिषत मुस्लिम है तथा जम्मु में 35 प्रतिषत। जम्मु कष्मीर में 15 प्रतिषत षिया मुसलमान तथा 85 प्रतिषत सुन्नी मुसलमान है। उन्होंने बताया कि जम्मु कष्मीर में नेषनल कान्फ्रेस के 28, कांग्रेस के 17, पीडीपी के 21, भाजपा के 11, पैंथस पार्टी के 3, सीपीएम का 1, तथा बाकी निर्दलीय विधायक है। उपस्थित साथियो ने जम्मु कष्मीर के उच्च न्यायालय में उर्दू भाषा के इस्तेमाल को लेकर चर्चा की।

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