लड़की का नम्बर
लेखन :-दिवाना राज भारती।दो शब्द
दोस्तों आप सभी का दिल से धन्यवाद जो आपने मेरी कहानी को पढा और सराहा। एक बार पुनः आपके बीच एक कहानी ले के प्रस्तुत हूँ उम्मीद हैं आप सभी को पसंद आयेगी। आप अपनी राय अवस दे। मुझे आपकी इमेल का इंतजार रहेगा।
मैं अपने परिवार संग अपने दोस्तो का भी धन्यवाद करता हूँ। जिन्होंने मुझे समझा और लिखने के लिए पेरित किया।
आप सब का पुनः धन्यवाद।
दिवाना राज भारती।
इमेल:- divanaraj@gmail.comलड़की का नम्बर.........
कहते है जोड़ी उपर से ही बनके आती है। किसकी हमसफर कहाँ मिल जायें ये कोई नही जानता। मेरा जिवन साथी कौन है कहाँ है कैसी है ये तो वही उपरवाला ही जानता है जिनको ये जिम्मेवारी मिली है। लेकिन हम कोशिश करना कहाँ छोड़ते है जबभी कहीं कोई लड़की दिखती है हम उसमें अपनी जिंदगी ढूँढने लगते है। उसे अपनी प्रेमिका बनाने की सोचने लगते है। जब भी कही घुमने जाते है तो पुरे सज-धझ के जाते है ताकि कोई लड़की देखे और इम्प्रेश हो जाये। आजकल तो चार दोस्त जब भी साथ मिलते तो लड़की के बारे मे बात होना लाजमी हो गयी है। पहले तो ये पूछेंगे की किसी लड़की से बात होती है, अगर हाँ तो कौन है कहाँ तक बात पहुँची है, अब सब बात तो बतानी ही पड़ती है दोस्त जो ठहरा। सब लड़के कि बात अक्सर किसी न किसी लड़की से होती ही है, न जाने क्या बातें करते है पुरी-पुरी रात। हम लड़कों का फिर भी मन कहाँ भरता है। दोस्तों से बात करते समय फिर भी ये बात तो पुछ ही देते है किसी लड़की का नम्बर है तो दे काँल करते है। लड़की का नम्बर मिलते ही हम उसके पिछे ऐसे पड़ जाते है जैसे किसी पके फल के पिछे बंदर। अगर गलती से भी फेसबुक पे किसी लड़की की आइडी मे मोबाइल नम्बर दिख जाये तो उस नम्बर पे तब तक कोशिश करते हैे जब तक की बंद न हो जायें। आजकल तो लड़कों की नम्बर माँगने की डिमांड भी अलग-अलग होने लगे है जैसे वोडाफोन का देना, आइडिया का ही देना इत्यादि। अगर हम कभी दोस्तों से मोबाइल मांग लो एक काँल करने भी तो बहाना बना जाते है बैलेंस नही है और किसी लड़की का नम्बर डायल करने बोल दो तो न जाने कहाँ से बैलेंस आ जाती है। तो बस ऐसे ही कट रही है हम लड़कों की जिंदगी। क्या हम लड़के ही ऐसे होते है लड़कियाँ नही इस बात पे हम बस इतना कह सकते है अपने दिल से पूछो पराये दिल की हाल। हम लड़के शुरु से ही ऐसे नही थे मोबाइल ओपरेटर वालो के कमाल के आँफर ने हमे कमाल के बना दिये। किसी जमाने मे एक मजनू के एक ही लैला होती थी आज के जमाने मे एक मजनू के न जाने कितनी लैला होती है। मोबाइल ओपरेटर वालो की अनलिमिटेड प्लान ने हमारी चाहत और पसंद भी अनलिमिटेड कर दी थी।