दिन भर कीच कीच लगी रेहती है तुम्हारी. . सुबह उठने से ले कर जो शुरु होती हो तो दफ्तर में भी पीछा नही छोड़ थी...बल्कि दिनभार के इतने काम दे देती हो कि रोज़ ऑफिस मे डांट पड़ती है.. अब तो लेट होने की .. साला वार्निंग मिल गई है.. इस पर ये बोलती है कि एक दो दिन ऑफिस नहीं जाओगे तो कोंसा तूफान आ जाएगा.. अरी तूफान तो मेरी ज़िन्दगी मे है ..ओर क्या .. हर बात पे. "तुम ने ऐसा क्यू किय वैसा क्यू किया".. अभी कहा हो किस के साथ बैठे हो.. फोन क्यू नहीं उठाते .. कॉल क्यू नहीं करते..दिन भर ऑनलाइन दिखते हो .. फोन फेक दो तोड़ दो ..पता नहीं किस किस से चेते करे रेहते हो.. ..मुझे तो सांस भी नहीं लेने देती हो इतना शक कर ती रहती हो अररे यार मैं कभी मीटिंग में तो कभी बॉस के पास बज़ी रहता हुं तो कभी क्लाइंट सामने होता है,, पर तुमे तो बस लगता है कि में जानबूझ के तुम्हारा फोन नहीं उठाता हू।। और तो और तुम्हे ये भी शक है कि मेरा ऑफिस में कोई अफेयर है।। हे भगवान।।। ये तो हद हो गई ।। ऐसी उतरी हुई साड़ी हुई टेंशन वाली शकल पे साला कोण ध्यान देगा। एक बार तो ऑफिस की सुसमा को उल्टी आज गई थी पूछा तो बोली।। मेरी शकल देख के आज गई।।
ऐश तो साले अर्जुन के है ध्यान तो सब का अर्जुन ही पे होता है।। साला क्या जिंदगी है।। स्वर्ग में जी यहा है।। घर पे इतनी सुन्दर अप्सरा सामान बीवी।। एक दम चुपचाप शांत।। हमेश मुस्कुराती और हमेशा खुश रेहती।। न कोई शक करती न ही कोई डिमांड करती।।ओर कभी ऑफिस फ़ोन कर के परेशान भी नहीं करती ।।। इस लिए तो ऑफिस में भी हर कोई अर्जुन को ही पूछता है।। कभी कभी तो ओवरटाइम टाइम भी कर लेता है।। और मै तो यहाँ ओवर टाइम का सोच भी नहीं सकता।। अगर ५ मिनट भी लेट हुआ तो समझो घर मे आतंक मच जाता है मेरी जिंदगी में भूचाल आ जाता है ।।जिंदगी नर्क से भी बदतर हो गई है ।इस लिए आज मैं ने ठान लिए की ऐसे घुट घुट के जीने से तो मरजाना ही बेहतर है।। आखिर मैं ने कोंसे से पाप किए थे कि भगवान ने मेरे ही साथ ऐसा अनन्य किया।। क्या मुझे अर्जुन के जैस लाइफ जीने का कोई अधिकार नहीं है।।। इतना केह के राजू शांत हो जाता है।।
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दूसरा जीवन
Fanfictionएक आदमी अपनी जिंदगी से परेशान रेहता है ओर अपने दोस्त की जिंदगी जीना चाहता है.. अचानक उसे अपने दोस्त की जिंदगी मिल जाती है..