Kumbh Mela 2019 | कुम्भ मेला २०१९ की एक संक्षिप्त जानकारी

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Kumbh Mela 2019 एक ऐसा नाम जिससे सुनते ही हमको भारतवर्ष की विशालतम संस्कृतियो का आभास होने लगता है अखण्ड विश्व का एकमात्र ऐसा पर्व जहां पर बिना आमंत्रण के लोग लाखो की संख्या में पहुचते और रूबरू होते है भारत की सभी संस्कृतियो से , Kumbh Mela 2019 इस वर्ष का एक महापर्व है जिसको समूचे संसार के विशाल पर्वो में से एक होने का गौरव प्राप्त है | आत्मिक जागरूकता , स्थिरता , शांति , अमन , चैन , भक्ति , निष्ठा का मिलन है यह महापर्व , कुम्भ का शाब्दिक अर्थ कलश होता है और यह कलश दानव और देवताओ के मध्य हुए समुद्र मंथन के सन्दर्भ से लिया हया है | कुम्भ का मेला हर 12 साल के अन्तराल पर आयोजित होता है और इसके आयोजन स्थल हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे , उज्जैन में क्षिप्रा नदी के किनारे , प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के किनारे और नासिक में गोदावरी के किनारे | हिन्दू धर्म में मान्यता है की कुम्भ मेले में पवित्र नदी में स्नान करने से सारे पापो का नाश होता और इन्सान को मोक्ष की प्राप्ति होती है , हिन्दू श्रधालुओ के मध्य कुम्भ का एक विशेष महत्त्व है लाखो की संख्या में पुरुष , महिलाये , बच्चे इस पवन पर्व में शामिल होकर Kumbh Mela 2019 का हिस्सा बनते है |

कुम्भ हरिद्वार , नासिक , उज्जैन , प्रयागराज में ही क्यों आयोजित होता है चलिए इसको भी जान लिया जाय एक महत्वपूर्ण पौराणिक कथानुसार जब दानवो और देवताओ के मध्य समुद्र मंथन हुआ था तो उसमे 14 रत्नों में एक अमृत कलश भी था जिसको लेकर दानव और देवता के युद्ध शुरू हो गया तब भगवान् विष्णु ने मोहनी का रूप धारण करके सबको अमृत पिलाने की बात रखी थी परन्तु दानवो को शक हो गया इसी सब में दिव्य अमृत की चार बुँदे पृथ्वी पर गिरी थी और ये चार बुँदे हरिद्वार , नासिक , उज्जैन , प्रयागराज में गिरी थी इसी कारणवश इन चारो स्थान पर हर बारह वर्ष के अंतराल पर कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता है |

अत्यन्त आनंद की बात है की इस बार का कुम्भ मेला उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज जिले में आयोजित हो रहा है और यह पवित्र महापर्व 15 जनवरी 2019 से शुरू होकर 04 मार्च 2019 तक होना सुनिश्चित हुआ है वैसे तो चारो जगह के कुम्भ अपने आप में विशेष है परन्तु प्रयागराज में कुम्भ का एक अलग ही महत्त्व है क्यूंकि यहाँ की भूमि अति पावन है यह वही स्थान है जहां पर हमारे देश की तीन पवित्र नदिया गंगा , यमुना , सरस्वती का संगम होता है और इस बार इस त्रिवेणी संगम के साथ साथ कुम्भ मेले में होगा संगम तमाम संस्कृतियों का , तमाम तरह के लोगो का | सारे श्रद्धालु इस बार त्रिवेणी संगम पर कुम्भ मेले में कुछ विशेष तिथियो में स्नान कर अपने जीवन को सफल बनायेंगे , कुम्भ मेला अखण्ड विश्व के सबसे बड़े मेलो में से एक है तो यहाँ पर श्रधालु भी बहुतायत आते है | हर बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश सरकार कुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है और कुम्भ मेले को "दिव्य कुम्भ " और "भव्य कुम्भ " बनाने में लगी हुई है |

क्या खास होगा इस कुम्भ मेला में

सुनने में आ रहा है की इस बार एक लेजर शो जो की किले की दीवार पर शायद चलाया जाय आकर्षण का केंद्र होगा |
शोभायात्रा भी Kumbh Mela 2019 में आकर्षण का केंद्र रहने वाली है इसे पेशवाई कहा जाता है दुनिया भर से आये हुए श्रधालुओ के स्वागत के लिए साधु संत एक विशेष शोभायात्रा निकालते है |
सभी राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रम जिसमे संगीत , लोक नृत्य आदि शामिल है , भी कुम्भ मेले में देखने लायक होते है इसके लिए इस बार 5 बेहद विशाल सांस्कृतिक पण्डाल बनाये गए है |
कुम्भ मेले की सुन्दरता को बढ़ाने के लिए इस बार 15 से अधिक भव्य प्रवेश द्वार की व्यवस्था भी की गई है |

Kumbh Mela 2019 की विशेष स्नान तिथियां

इस पावन मेले में स्नान को सर्वोपरि माना जाता है हर श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम पर स्नान कर अपने सभी पापो से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति चाहता है वैसे तो कुम्भ मेले में आने वाले भक्त वहां रोज ही पवित्र स्नान करते है परन्तु कुछ तिथियां विशेष है जिन्हें हम शाही स्नान नाम से भी जानते है –
मकर सक्रांति – यह प्रथम अति महत्वपूर्ण शाही स्नान इस बार 15 जनवरी 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा इसमें एक बात और बताना चाहूँगा इस दिन स्नान करने के बाद कुछ दान करना जरूरी होता है आप अपनी सुविधा अनुसार कुछ भी दान दे सकते है |

पौष पूर्णिमा – यह द्रुतीय प्रभावशाली स्नान इस बार 21 जनवरी 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा |
मौनी अमावस्या – यह तीसरा महत्वपूर्ण स्नान इस बार 04 फरवरी 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा इस दिन भी श्रद्धालु बहुतायत मात्रा में पवित्र संगम पर डूबकी लगाकर जीवन को सफल बनाते है |
बसन्त पंचमी – यह चतुर्थ प्रभावशाली स्नान इस बार 10 फरवरी 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा , बहुत से साधु संत दर्शक इस दिन पीला वस्त्र भी धारण करते है |
माघी पूर्णिमा – यह पंचम महान स्नान इस बार 19 फरवरी 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा , इस दिवस पर स्नान करने से आपका स्वर्ग का रास्ता खुल जाता है |
महाशिवरात्रि – यह छठा ,महत्वपूर्ण निर्णायक स्नान इस बार 04 मार्च 2019 को त्रिवेणी संगम प्रयागराज में पूरे दिन रहेगा यह सीधे तौर पे भगवान् भोलेनाथ से सम्बंधित है |

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⏰ Last updated: Mar 23, 2020 ⏰

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