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  • वर्जिनिटी
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    मीरा अपनी सुहाग की सेज़ पर बैठी गहरी आशंका में डूबी थी। एक दिन पहले ही उसकी शादी जाने माने इंडस्ट्रियलिस्ट के इकलौते पुत्र सागर से हुई थी। आज उनकी सुहागरात थी। मीरा का डर उस तरह का डर नहीं था जो अमूनन हर लड़की को सुहागरात पर होता है।

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  • हलाला
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    " तलाक़... तलाक़... तलाक़ " यह तीन शब्द जो किसी महिला का जीवन बदल दे वह अभी भी सिमरन के कानो में गूँज रहे थे। क्या इतना आसान होता है शादी के इस अटूट बंधन को तोड़ देना? फिर क्यों कहते है लोग की जोड़िया रब बनाता है या शादी सात जन्मों का खेल है, प्रेम धर्म या जाती नहीं देखता, प्रेम रंग रूप नहीं देखता, प्रेम दौलत नहीं देखता...