must read
9 stories
चल :  by Pritamsingh212
Pritamsingh212
  • WpView
    Reads 63
  • WpVote
    Votes 9
  • WpPart
    Parts 1
कुछ पंक्तियों के ज़रिये हाल-ए-दिल । आखिरी पंक्तियों के लिए मेरे मित्र गौरव त्रिपाठी का शुक्रिया ।
जाने अनजाने रास्ते by burntorise
burntorise
  • WpView
    Reads 2,363
  • WpVote
    Votes 143
  • WpPart
    Parts 8
रास्ते चलते ही जाते हैं।
एक कविता by AnuupAgrawal
AnuupAgrawal
  • WpView
    Reads 30,227
  • WpVote
    Votes 406
  • WpPart
    Parts 53
A collection of my published and unpublished hindi poems
Kashish - Alfaaz Jazbaaton ki : Book 1 by awwthentic
awwthentic
  • WpView
    Reads 7,997
  • WpVote
    Votes 402
  • WpPart
    Parts 199
Kashish - Alfaaz Jazbaaton ki : Collection of Shairi's and Nazm's. Book 1 Book 2 has been updated : https://www.wattpad.com/myworks/125763593-kashish-alfaaz-jazbaaton-ki-book-2 (Urdu - Hindi Poetry) #19 in Poetry as on 20/04/2016 #2 in Poetry as on 28/03/2016 #1 in Poetry as on 03/03/2016 #2 in Poetry as on 02/03/2016 #17 in Poetry as on 28/02/2016 Copyright Materials. Do Not Copy or Publish it Under Your Name. It's strictly for personal use. Cover: Awwthentic © Awwthentic All Rights Reserved 2015-2017
"वक्त" बोलता है by Subhash_verma
Subhash_verma
  • WpView
    Reads 58
  • WpVote
    Votes 15
  • WpPart
    Parts 1
जब चिड़िया चहकती है, जब हवाएं महकती हैं, तब मदहोश खामोशी में, ये "कलम" बहकती है।..............
परसियन की लड़ाई by kumarsahab1990
kumarsahab1990
  • WpView
    Reads 24
  • WpVote
    Votes 2
  • WpPart
    Parts 1
ये लड़ाई यूरोप के सभी स्कूलो मेँ पढाई जाती है पर हमारे देश में इसे कोई जानता तक नहीं एक तरफ 12 हजार अफगानी लुटेरे .....तो दूसरी तरफ 21 सिख ....... अगर आप को इसके बारे नहीं पता तो आप अपने इतिहास से बेखबर है। आपने "ग्रीक सपार्टा" और "परसियन" की लड़ाई के बारे मेँ सुना होगा ...... इनके ऊपर "300" जैसी फिल्म भी बनी है ....पर अगर आप "सारागढ़ी" के बारे मेँ पढोगे तो पता चलेगा इससे महान लड़ाई सिखलैँड मेँ हुई थी ...... बात 1897 की है ..... नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर स्टेट मेँ 12 हजार अफगानोँ ने हमला कर दिया ...... वे गुलिस्तान और लोखार्ट के किलोँ पर कब्जा करना चाहते थे .... इन किलोँ को महाराजा रणजीत सिँघ ने बनवाया था ..... इन किलोँ के पास सारागढी मेँ एक सुरक्षा चौकी थी ....... जंहा पर 36 वीँ सिख रेजिमेँट के 21 जवान तैनात थे ..... ये सभी जवान माझा क्षेत्र के थे और सभी सिख थे ..... 36 वीँ सिख रेजिमेँट मेँ केवल साबत सूरत (जो केशधारी हों) सिख भर्ती किये जात
सफल लेखन से पहले खुद से पूछें ये 6 सवाल - लेखन सलाह by Subhash_verma
Subhash_verma
  • WpView
    Reads 61
  • WpVote
    Votes 3
  • WpPart
    Parts 1
"एक महान लेखक बनने के लिए आपको विशिष्ट तरीके से काम करना होगा" लेखक वो है जो अपने दिमाग की विचारों की उपज को कलम की सहायता से अपनी आँखों के सामने रख दुनिया को एक बेहतरीन नजरिया दे सके।
         रिश्ते - एक जज्बात by LataGupta3
LataGupta3
  • WpView
    Reads 1,149
  • WpVote
    Votes 142
  • WpPart
    Parts 15
दोस्तों इस काव्य संग्रह में इंसानी रिश्तों के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त किया गया है । यह मेरी प्रथम पुस्तक है , आप लोगों के प्यार ने मुझे आगे लिखने के लिए प्रेरित किया है । धन्यवाद । 1. माँ सब संभव हो जाता, जब तू , साथ मेरे होती । तेरे आंचल में माँ , सब गम भूल जाता तेरा मेरे सिर पे हाथ फेरना माँ मुझे सुरक्षा का भाव दे जाता गल्ती होने पे , तेरा डाँटना मुझे.. अदंर तक तोड जाता फिर अकेले में , तुझे रोता देख माँ...... मैं तुझसे लिपट सब गुस्सा भूल जाता मेरे खाना न खाने पे माँ.. तू भी भूखी ही सो जाती मेरी छोटी से छोटी उपल्बधि पे माँ.. तू बहुत खुश होती झट से कुछ मीठा बना सबको खिलाती मेरे बिना कुछ कहे ही तू सब समझ जाती जब मैं घर लौटता , देहरी पे तुझे इतंजार करते पाता लेकिन....... अब तू मुझसे बहुत दूर है...माँ यह सोच मैं बहुत घबरा जाता पर दूसरे ही पल जब डयोढी पर पोती को अपना इतंजार करते पाता तो...
अस्तित्व .....एक नास्तिक की कलम से by Subhash_verma
Subhash_verma
  • WpView
    Reads 271
  • WpVote
    Votes 19
  • WpPart
    Parts 2
अस्तित्व .....एक नास्तिक की कलम से