कुमुद की खूबसूरती और व्यवहार से मैं पहली ही बार में प्रभावित हो चुका था. मन ही मन उसे चाहने लगा. लेकिन जब उसने सरकारी नौकरी ज्वाइन करने को कहा तो मैं ठिठक कर रह गया.
मदर टेरेसा भारतीय नहीं थी फिर भी भारत के लिये उनका लगाव जगज़ाहिर है दीन दुखियों के लिये वो नसीहत थी इतिहास में राम कृष्ण नानक जींस और मोहम्मद जैसे उदाहरण हैं जो दु खलियों के आधार हैं