एक सफर मेरी जिंदगी मे जिसे कभी भुला नही पाया...! वो अनजाने हमसफ़र को कभी फिर से मिल न पाया...!! . वो सफर इतना खूबसूरत रहा मेरे दिल के कमरे पर सदा के लिए कब्जा कर गया...! मुलाक़ात जरूर दो पहर की ही रही पर दिल के दरवाजों पर यादो का पहरा आज भी उसका ही है...!! . सफर की दुरी महज राजस्थान से गुजरात तक ही थी..! उसकी मुलाक़ात का दौर दिल को कश्मीर कर गयी..!! . यारो बात तब की है ......! चलो ले ही चलते है आपको भी तीन साल मेरी आज की उम्र से पीछे...!! By :- M@n6iAll Rights Reserved