हिंदुस्तान के घरों में, दफ्तरों में, बाज़ार में या फिर चाय की दुकान में, जहाँ भी दो चार यार मिल बैठते हैं तो औऱ कुछ हो ना हो बातें ज़रूर होती हैं। और किसी ने हाल ही में कोई दावत attend की हो तो तो भईया बात ही क्या, लगते हैं नुक्ता चीनी करने। और आस-पास के लोग भी चटकारे ले कर सुनते हैं । लीजिए ऐसी ही दावत की एक कहानी हम भी आपसे कह देते हैं। जो सुनना चाहें तो आ जाइये हमारी दुनिया में जहाँ हम आपका बाँह खोलकर स्वागत करते हैं । आपकी मित्र, कहानीAll Rights Reserved
1 part