1st Episode :- इस प्यार को क्या नाम दूँ ? ख़ुशी मिस वर्ल्ड कम्पटीशन जीत जाती है सब मिलकर जशन मनाते हैं । अब 10 साल बाद.... अंजलि - हम क्या करें ? छोटे पिछले 6 महीने से घर नही आया , ना जाने कहाँ किस हाल में होगा ? अपनी दवाइयाँ भी साथ नहीं ले गया , ख़ुशी जी के जाने के बाद वो किसी की भी नहीं सुनता , मैं उसे कैसे समझाऊँ कि जिसकी वो तालाश कर रहा है , वो अब इस दुनियाँ में नही है । मनोरमा - अरे अंजलि तुम चिंता ना ही करो । अंजलि - मामी छोटे का कुछ पता नहीं है पुलिस भी ढूँढ रही है , पता नहीं कहाँ है वो कहीं कुछ हुआ तो नही उसे ? नानी - अंजलि बिटिया अइसन ना ही सोचो जो होगा सब सही होगा । अंजलि - ख़ुशी जी के जाने के बाद बिलकुल बदल गया है हमारा छोटे उसने तो जैसे जीना ही छोड़ दिया है । नानी - सिर्फ छोटे कि ही नहीं ख़ुशी बिटिया के चले जाने के बाद हम सबकी ज़िन्दगियाँ बदल गयी है । आकाश और पायल का रिश्ता भी अब कुछ ठीक नहीं है , अर्णव की हालत खराब होने के बाद आकाश ने ही बिज़नस को संभाला है जिसके कारण अब वो पायल और अपनी बेटी विद्या को भी समय नही दे पा रहा । हरि काका - मेडम वो , आरव बाबा होस्टल से वापस आ रहे हैं रास्ते में है । अंजलि - हे भगवान ! आरव आ रहा है अब क्या होगा ? नानी , आरव तो आते ही सबसे पहले छोटे के बारे में पूछेगा , पिछले 10 सालों से फोन पर कोई ना कोई बहाना बना देते थे अब हम क्या जवाब देंगे उसे ? हरि काका - मैडम डॉक्टर का फ़ोन है डॉक्टर - ( फोन पर ) अर्णव जी काफी महीनों से चेकअप के लिए नही आ रहे ? अंजलि - ( फोन पर बात करते हुए ) डॉक्टर वो छोटे घर पर नहीं है , उसका कुछ पता नही चल रहा है और तभी आरव आ जाता है और अर्णव के घर पर ना होने की बात सुनकर हैरान हो जाता है । Story to be Continue....All Rights Reserved
1 part