The Written Apology ~ AvNeil SS
  • Reads 11,776
  • Votes 1,911
  • Parts 14
  • Reads 11,776
  • Votes 1,911
  • Parts 14
Ongoing, First published Jul 05, 2019
Avni is an enthusiastic photojournalist who works under the one they call Mr. Perfectionist. 
Such was a day when she was notified some grave mistake has been done by her and now she has been transferred to another branch. Her boss, the Editor Mr. Neil Khanna is not ready to yield yet. He demands a sincere apology. Will she be able to save her job??
All Rights Reserved
Sign up to add The Written Apology ~ AvNeil SS to your library and receive updates
or
#29hindi
Content Guidelines
You may also like
हलाला  by Shweta741982
15 parts Ongoing
" तलाक़... तलाक़... तलाक़ " यह तीन शब्द जो किसी महिला का जीवन बदल दे वह अभी भी सिमरन के कानो में गूँज रहे थे। क्या इतना आसान होता है शादी के इस अटूट बंधन को तोड़ देना? फिर क्यों कहते है लोग की जोड़िया रब बनाता है या शादी सात जन्मों का खेल है, प्रेम धर्म या जाती नहीं देखता, प्रेम रंग रूप नहीं देखता, प्रेम दौलत नहीं देखता? डरी सहमी सिमरन सरफ़राज़ के कमरे में बिस्तर पर बैठी सरफ़राज़ का इंतज़ार कर रही थी. सरफ़राज़ क्यों? यहां तो उसकी जगह नहीं थी। उसके ख्वाबों का राजकुमार तो कोई और ही था। सिमरन का मन अभी धीरे धीरे अतीत की यादो में डूबा जा रहा था.... एक साल पहले: सिमरन ने अभी अभी कॉलेज में एडमिशन लिया था। सिमरन का रंग रूप साधारण से थोड़ा बेहतर था। अब तक वो गर्ल्स स्कूल में ही पढ़ी थी, पहली बार को-एजुकेशन में पढाई करने का मौका मिला। सिमरन की ज्यादातर दोस्त जो उसकी स्कूल की ही थी, ने यहाँ एडमिशन लिया था
You may also like
Slide 1 of 10
हलाला  cover
Gazab Ka Hai Ye Dil (Twinj and Manan FF) [Complete] cover
Mohini  cover
Shikwaa-e-rabt cover
Hasratien  cover
FANAA🔥 cover
NAWAZISHIEN❤️ cover
जवान लड़की की प्यास दो अंकलों ने बुझाई cover
Mortal Promises ~ Avneil FF cover
❤ Heart to Heart ❤ ( COMPLETED)  cover

हलाला

15 parts Ongoing

" तलाक़... तलाक़... तलाक़ " यह तीन शब्द जो किसी महिला का जीवन बदल दे वह अभी भी सिमरन के कानो में गूँज रहे थे। क्या इतना आसान होता है शादी के इस अटूट बंधन को तोड़ देना? फिर क्यों कहते है लोग की जोड़िया रब बनाता है या शादी सात जन्मों का खेल है, प्रेम धर्म या जाती नहीं देखता, प्रेम रंग रूप नहीं देखता, प्रेम दौलत नहीं देखता? डरी सहमी सिमरन सरफ़राज़ के कमरे में बिस्तर पर बैठी सरफ़राज़ का इंतज़ार कर रही थी. सरफ़राज़ क्यों? यहां तो उसकी जगह नहीं थी। उसके ख्वाबों का राजकुमार तो कोई और ही था। सिमरन का मन अभी धीरे धीरे अतीत की यादो में डूबा जा रहा था.... एक साल पहले: सिमरन ने अभी अभी कॉलेज में एडमिशन लिया था। सिमरन का रंग रूप साधारण से थोड़ा बेहतर था। अब तक वो गर्ल्स स्कूल में ही पढ़ी थी, पहली बार को-एजुकेशन में पढाई करने का मौका मिला। सिमरन की ज्यादातर दोस्त जो उसकी स्कूल की ही थी, ने यहाँ एडमिशन लिया था