गजल
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Ongoing, First published Dec 06, 2019
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कृष्णसखी की कहानियां by RadhikaKrishnasakhi
12 parts Ongoing
आपके प्यारे श्याम जु से जुड़ी कहानियों की दुनियां में प्रवेश करने के लिए सज्य हो जाईए... इस किताब में अनेक लघुकथाएँ एवं कविताएँ है लाल जु को ध्यान में रखकर लिखी गयी है... जो लेखक की कल्पनाओं द्वारा बुनी गयी है जिसका वास्तविकता से कोई सम्बंध नही है !! कहानियों की सूची - 1) माई - ( कहानी एक ऐसी महिला की जो कृष्ण के लिए ममता का भाव रखती है... कैसे वो एक माँ को उसके प्रेम का हक दिंगे... ) 2) श्री राधे - (कैसे मिली वृंदावन में श्री राधे से कृष्ण को ढूंढते हुए...) 3) राधेश्याम की अनसुनी कहानी 4)एक मुलाकात श्याम संग ...- (कृष्ण से अनोखी मुलाकात का आभास।।।) 5) आँख मिचौली - (कृष्ण प्रेम समझने का मौका... कृष्ण प्रेमी द्वारा...) 6)प्रेम को देखा है ? 7)कृष्ण की सखी - (एक कृष्णसखी की छोटी सी कहानी) 8) 9) 10) ●राधिका कृष्णसखी
~"अष्टावक्र ऋषि"~ by ColourfulPen2009
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ऋषि अष्टावक्र का शरीर कई जगह से टेढ़ा-मेढ़ा था, इसलिए वह सुन्दर नहीं दिखते थे। एक दिन जब ऋषि अष्टावक्र राजा जनक की सभा में पहुँचे तो उन्हें देखते ही सभा के सभी सदस्य हँस पड़े। ऋषि अष्टावक्र सभा के सदस्यों को हँसता देखकर वापिस लौटने लगे। यह देखकर राजा जनक ने ऋषि अष्टावक्र से पूछा- ''भगवन ! आप वापिस क्यों जा रहे हैं ?'' ऋषि अष्टावक्र ने उत्तर दिया- ''राजन ! मैं मूर्खों की सभा में नहीं बैठता।'' ऋषि अष्टावक्र की बात सुनकर सभा के सदस्य नाराज हो गए और उनमें से एक सदस्य ने क्रोध में बोल ही दिया- ''हम मूर्ख क्यों हुए ? आपका शरीर ही ऐसा है तो हम क्या करें ?'' ऋषि अष्टावक्र ने उत्तर दिया- ''तुम लोगों को यह नहीं मालूम कि तुम क्या कर रहे हो ! अरे, तुम मुझ पर नहीं, सर्वशक्तिमान ईश्वर पर हँस रहे हो। मनुष्य का शरीर तो हांडी की तरह है, जिसे ईश्वर रुपी कुम्हार ने बनाया है। हांडी की हँसी उड़ाना क्या
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hey, here this title is not about any book or any story it's a small and devotional poem written by me about Radha Meera's prem for hers premi 💗💗 if u wanna read u can go further par pls ha koi faltu nhi bolega 🥲 agar achaa laga toh read karke like comment kar dena agar nhi laga toh phir................ toh fir kya..chale jana 😁