इस कहानी को आरंभ करने से पहले आपको जानना होगा कि राक्षस ,दैत्य और पिशाच एक नहीं होते।
पिशाच रूह होती है जिसे आप सिर्फ महसूस करते है और वही राक्षस शाररिक जीव होते हैं , जिन्हें अति बलशाली और खूंखार माना जाता है ।
समय के उस छोर में जब देवी-देवताए हुआ करते थे तब राक्षस भी संग रहा करते थे । राक्षस, राजा की फौज थी जिनका कार्य पाप के घड़ा भरते ही ,मनुष्य और देवताओं को मृत्यू देना था । लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी थी (किताब में आगे जानिए ) जिनके चलते इन्हे पृथ्वी का वह भाग दे दिया गया जिसे काल पृथ्वी के नाम से जाना गया ।
जब इंसानी युग आया तब काल पृथ्वी नरक नाम से जानी गई और सच्चाई से परे बुराई का नाम नर्क से जोड़ दिया गया ।
आखिर क्यू ऐसा किया गया ? , क्यो काल पृथ्वी बनी ?, कभी देवो की सेना कहलाए जाने वाले असुर आज बुरे क्यू ?? , किताब में आगे जानिए ।
A BOY name Prikshit attempt sucide but instead of death he transferred to another planet in another solar system a got super powers. and his life changes