कोशिशों की सड़क पर यूँ चलने में मशगूल हैँ, आत्मविश्वास की दवा कहें या जीतने का अद्वितीय नूर है, जब पता ना हो कहाँ तक है जाना, आखिर मंज़िल कितनी दूर है ! तमाम कोशिशों और मेहनत के बाद, समय है खुद को दिखाने का, ना जीत के झूठे डंके बजाने का, न ही डर के आगे झुक जाने का ! -------------------------------------------- Dedicated to the FuTuRe Me.... my dear, you just see... away from stupid people, work hard, but in state called "free"... 🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠🌠All Rights Reserved