rozdział 1 W Trakcie भय से नितिन के चेहरे पर हवाईयाँ उड़ रही थीं । नितिन ने रूमाल से अपने चेहरे को पोंछ कर दायें-बायें देखते हुआ बोला 'हाजी चाचा क्या सचमुच भूत होते हैं?'
'हम्म्म्म........ हिन्दू धर्म में गति और कर्म अनुसार मरने वाले लोगों का विभाजन किया है। भूत, प्रेत, पिशाच, कूष्मांडा, ब्रह्मराक्षस, वेताल और क्षेत्रपाल । इन सभी के उप भाग भी होते हैं । आज जब गांव में गरूड़ पुराण बांची जा रही थी तो मैंने सुना कि पुराणों के अनुसार 18 प्रकार के प्रेत होते हैं । बाबू साहब.... आप बताइए आपको कौन से प्रकार के भूत के बारे में जानना है?'