लेखन मेरा शौक नहीं, जुनून बन चुका है।मैं एक ऐसी अनोखी दुनिया में प्रवेश कर चुकी हूं, जहां सिर्फ मैं होती हूं और मेरे चारों तरफ बिखरे शब्द और फिर शुरू होता है, एक ऐसा सिलसिला जिसके अंत के साथ मेरे पास होती है,एक अनकही कहानी या नवजात कविता बस यह एक छोटी सी कोशिश है, आपके साथ उनको साझा करने की इस ख्वाहिश के साथ कि आप उसमें अपनी पसंद के रंग भर सकें चलिए शुरुआत करती हूं आज मैं "मेरी अपनी कहानी"से...... बढ़ते हैं हम और आप ऐसे सफर पर, जो आपके लिए अनजान होगा और इस सफर मैं मेरी भूमिका होगी, एक पथ प्रदर्शक जैसी और यह सफर है मेरी कल्पनाओं का और मेरे कल्पनाशील मन की अनेक यात्राओं का मैं उम्मीद करती हूं, आप इस सफर में आनंद का अनुभव करेंगे और "मेरी अपनी कहानी"मैं कुछ अनसुनी,अनकही,काल्पनिक और मेरी कलम द्वारा सृजित, रसीली प्रेम भरी हर्ष और विषाद की भावनाओं से ओतप्रोत कहानियां।
ये कहानी है उत्तराखंड में रहने वाली एक लड़की की जिसका बचपन का सपना था। विदेश में पढ़ने का क्योंकि उसके गांव में विदेश में पढ़ने वाली लड़की को बहुत ही होशियार और किस्मत वाली लड़की माना जाता हैं। और उसका यही सपना पूरा करने के लिए उसके पिता उसकी शादी अमेरिका में कर देते हैं।
वो विदेश में पढ़ना तो चहती थी पर शादी करके नहीं। मैं एक छोटे से गांव की लड़की जिसका सपना विदेश में जाकर पढ़ने का है, यह सपना तो पूरा होने को है लेकिन इस शर्त पर की मुझे शादी करनी पड़ेगी किसी ऐसे लड़के से जिसको मैंने कभी नहीं देखा और न ही उसके बारे में ज्यादा जानती हूं।