ये एक लड़की और उसकी मम्मी की क हानी है। जिसमे काव्या जो मम्मी है उनके साथ हादसा होने की वजह से उनके दिल में डर बैठ जाता हैं। अंशिका उनकी बेटी है। वो मस्त-मौला रहती हैं किसी सा नही डरती। एक दिन काव्या जी अपने भाई सा मिलने जाती है। कुछ दिन बाद वो घर लौटती है मगर उस दिन ट्रेन लेट होने कि वजह से रात काफी हो जाती है। स्टेशन पर उनको आंशिक और विनय मिलते हैं। लेकिन उन्हें कुछ लोग रास्ते में मिलते हैं और उनको परेशान कर ने कि कोशिश करते हैं। उनको देखकर काव्या जी डर जाती है। इसके आगे जानने के लिए 'एक बहादुर लड़की ' कहानी को पढ़ें।All Rights Reserved