वो आज मुझ से नराज है, मानो मेरी जिंदगी मुझ से नराज है, मेरी साँसे मुझ से नराज है, मेरी मुस्कान मुझ से नराज है। सुनो अब मान भी जाओ ना!, 2 दिन हो गए एक बार बात तो कर लो ना, पता है मुझे तु भी दुखी है बात ना करने से, पर एक बार और मुझे मौका तो दो ना, चल एकबार और टेकरी पे जा के पहले जैसे बाते करते है ना! अब गुस्सा छोर भी दो ना! , सुनो अब मान भी जाओ ना!। जितना मुझे नही पता उतना तुझे पता है मेरे बारे में, तो मैं अब दुखी हूँ अब ये भी समझ के बात कर ले ना, सुट्टे को हाथ भी नही लगाऊंगा त ेरे बिना! हँ हो गई गलती मुझ से अब, इतनी भी क्या नाराजगी अब मान भी जाओ ना! इस धकन् की बोतल वापस कर दो ना! सुनो अब माफ भी कर दो ना By :- S. pAll Rights Reserved
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