Yeh story Shivani ki hain jo apni dost ko uske birthday par surprise gift dene ka plan krti hain. Jo bahut yaadgar ban jati hain. To know more about it read the story.
भाभी और देवर के बीच शरारत तो चलती रहती है। मगर मेरी भाभी तो एक कदम आगे निकली और उनकी वजह से मुझे दो दिन एक स्त्री बनकर रहना पड़ा और घर के सारे काम भी करने पड़े, और घर के सारे लोगों ने उनका साथ दिया। तो आखिर उन्होंने ये कैसे किया कि मेरी माँ भी इसमे उनकी सहभागी बन गई। जानने के लिए ये कहानी अवश्य पढे।
लेखिका: विजया भारती