"कालद्वार - शापित आत्माओं की दुनिया"
4 parts Ongoing रात के अंधेरे में, घने जंगलों के बीच एक भूतिया हवेली खड़ी थी - सदियों से वीरान, लेकिन रहस्यमय ताकतों से भरी हुई। जब राहुल, निहारिका और कबीर की गाड़ी सुनसान रास्ते पर अचानक बंद हो जाती है, तो उन्हें मजबूरन इस हवेली में शरण लेनी पड़ती है।
लेकिन जैसे ही वे हवेली के अंदर कदम रखते हैं, अजीब घटनाएँ होने लगती हैं - दीवारों पर साया चलता है, खिड़कियाँ अपने आप खुलती-बंद होती हैं, और एक पुरानी किताब से आत्माओं की चीखें गूंजती हैं।
इस किताब में लिखा था "कालद्वार", एक रहस्यमयी दरवाजा जो जीवित लोगों को शापित आत्माओं की दुनिया में खींच सकता है।
अब, वे तीनों एक भूतिया और शापित संसार में फँस चुके हैं, जहाँ मृत आत्माओं का राजा उनका इंतजार कर रहा है। वहाँ से भागने का सिर्फ एक ही रास्ता है - या तो वे उस राजा को हराएँ, या फिर हमेशा के लिए इस दुनिया के कैदी बन जाएँ।
क्या वे वापस आ पाएँगे?
या फिर क