अनुभव
  • Reads 49
  • Votes 6
  • Parts 1
  • Reads 49
  • Votes 6
  • Parts 1
Complete, First published Jul 26, 2021
Anubhav : hostel life and present struggle.
All Rights Reserved
Sign up to add अनुभव to your library and receive updates
or
Content Guidelines
You may also like
क्षेत्रीय भाषा और राजनीति by Satyaartha
1 part Ongoing
भाषा एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने भावों व विचारों को लिखित, कथित अथवा सांकेतिक रूप से दूसरों को समझा सकते हैं और दूसरों के भावों व विचारों को समझ सकते हैं। क्षेत्रीय भाषा उस भाषा को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो उन लोगों द्वारा बोली जाती है जो किसी राज्य या देश के एक विशेष क्षेत्र में रहते हैं। हम भारतीयों के लिए भाषा सिर्फ एक माध्यम नहीं है जो कि सिर्फ हमारे विचार के अदान-प्रदान के लिए काम आती है, बल्कि हमारे लिए गौरव का विषय है क्योंकि यह भाषाएँ (क्षेत्रीय भाषाएँ) हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग हैं। क्षेत्रीय भाषाएँ भारत की आजादी के बाद से अब तब अलग-अलग दौर से गुजर चुकी है। भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात, राज्यों के अस्तित्व निर्माण एवं पुनर्गठन का आधार भाषा बनी। भारत में लगभग सभी चीजों में विविधता है फिर चाहे वो खाने में हो या विचार में, ठीक उसी त
You may also like
Slide 1 of 10
क्षेत्रीय भाषा और राजनीति cover
Art Book cover
अलार्म बजते ही सुबह नींद से कैसे उठे cover
sự xuất hiện của thần tham vọng (kamen Rider Geats x Azur Lane) cover
The Pain Of Frist Love ❤️‍🩹 cover
Taekook 💜🔞🔞🥰 cover
𝐈𝐧𝐬𝐞𝐜𝐮𝐫𝐞 𝐌𝐚𝐫𝐫𝐢𝐚𝐠𝐞  cover
축구언오버 축구언오버 토즈접속주소.com 코드 k p s 7 4, 다양한 혜택으로 입맛을 사로잡는 축구언오버 추천 cover
THE DESI FEEL cover
My Random Rant cover

क्षेत्रीय भाषा और राजनीति

1 part Ongoing

भाषा एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने भावों व विचारों को लिखित, कथित अथवा सांकेतिक रूप से दूसरों को समझा सकते हैं और दूसरों के भावों व विचारों को समझ सकते हैं। क्षेत्रीय भाषा उस भाषा को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो उन लोगों द्वारा बोली जाती है जो किसी राज्य या देश के एक विशेष क्षेत्र में रहते हैं। हम भारतीयों के लिए भाषा सिर्फ एक माध्यम नहीं है जो कि सिर्फ हमारे विचार के अदान-प्रदान के लिए काम आती है, बल्कि हमारे लिए गौरव का विषय है क्योंकि यह भाषाएँ (क्षेत्रीय भाषाएँ) हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग हैं। क्षेत्रीय भाषाएँ भारत की आजादी के बाद से अब तब अलग-अलग दौर से गुजर चुकी है। भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात, राज्यों के अस्तित्व निर्माण एवं पुनर्गठन का आधार भाषा बनी। भारत में लगभग सभी चीजों में विविधता है फिर चाहे वो खाने में हो या विचार में, ठीक उसी त