1999-2000 "जब मैं परिव्राजक यात्रा पर चला तो मुझे यह ज्ञात था कि यह संपूर्ण ब्रह्मांड मेरा है, संपूर्ण ब्रह्मांड पर मेरा अधिकार है। मैं संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए जिम्मेदार हूं, वैसे ही, संपूर्ण ब्रह्मांड पर मेरा अधिकार है! इसी संदर्भ से आपको अपना जीवन जीना चाहिए" नित्यानंद परमशिवम