ताउम्र मुझे ये खुदा से सवाल रहेगा, तू मेरी ना हो सकी इस बात का मलाल रहेगा, और टूट कर बिखर गया एक ख़्वाब मेरा, इस बात का भी तुझे ख्याल रहेगा, अगर ना दिखी तू इन नजरों को एक रोज़, तो इनका भी बुरा हाल रहेगा, और तुझे मेरी क़िस्मत में क्यों ना लिख सका वो खुदा, यही एक उससे मेरा सवाल रहेगा...