🥀निगाहों में देखो मेरी, जो है बस गया वो है मिलता तुमसे हूबहू ओ, जाने तेरी आँखें थी या बातें थी वजह हुए तुम जो दिल की आरज़ू तुम पास होके भी, तुम आस होके भी एहसास होके भी अपने नहीं ऐसे हैं हमको गिले तुमसे, ना जाने क्यूँ मीलों के हैं फ़ासले तुमसे, ना जाने क्यूँ!!🥀All Rights Reserved