TAKRAR ft Kareena
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rebirth :bound by destiny  by creativesss
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अमायरा और विहान का पुनर्जन्म... मगर क्यों? कौन सा ऐसा गुनाह था, जो मौत के बाद भी उनका पीछा नहीं छोड़ पाया? कभी विहान की हर बात में हां मिलाने वाली अमायरा अब उसकी मौजूदगी से भी नफरत क्यों करती है? इस जन्म में विहान गिल्ट की आग में तड़पता है, पर किस खता की सजा उसे दोबारा मिल रही है? अमायरा की आंखों में उसके लिए सिर्फ ठंडा गुस्सा और सुलगती नफरत क्यों है? लेकिन सवाल ये भी है-क्या अमायरा अपने पुराने प्यार को फिर से अपनाएगी या उसकी जिंदगी में कोई नया हमसफर उसकी टूटी रूह को थाम लेगा? अमायरा और विहान का पुनर्जन्म... एक अधूरे गुनाह की सजा या फिर किस्मत का दूसरा मौका? जानने के लिए पढ़िए - "Rebirth: Bound by Destiny"।
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क्या आप एक ऐसी आवाज़ सुन सकते हैं... जो आपको मार सकती है? Ivaan की ज़िंदगी एक रहस्यमय मोड़ लेती है जब हर रात 2:13 पर अजीब और डरावनी मौतें होने लगती हैं। ये सिर्फ संयोग नहीं है - ये है Count 13, एक प्राचीन और खतरनाक प्रयोग का परिणाम जिसे सालों पहले उसके दादा Dr. Rayaan Veltrix ने शुरू किया था। जैसे-जैसे राज़ खुलते हैं, Ivaan और उसके दोस्तों की छोटी सी टीम 'Echo Seekers' बन जाती है - एक मिशन पर, जहां उन्हें आवाज़ों की अदृश्य लहरों से लड़ना है, और समय के खिलाफ जंग लड़नी है। लेकिन जब Meera के परिवार का अतीत भी इस गुत्थी में उलझा निकलता है, तो यह लड़ाई और भी ज़्यादा निजी हो जाती है। 13 दिन। 13 रहस्य। और एक गूंज जो सब कुछ बदल सकती है। क्या Ivaan इस आवाज़ को शांत कर पाएगा... या अगली गिनती उसी की होगी?
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"" टांगे पूरी खोल !! हाथ पीछे कर ! फिर वो धुंधला साया नीचे लेटी औरत के मुंह पर तमाचो की बौछार कर देता है ! जब वो धुंधला साया उस औरत को बेरहमी से मारता था तो अवनी की नींद सहम कर खुल जाती थी "" " क्या हर रिश्ता एक औरत के लिए हिफाज़त से भरा होता है ?? हर रिश्ते में एक औरत "अपनापन" ढूंढती है ! क्या उसे सच में हर रिश्ते में अपनापन मिलता है ?? क्यों हर नज़र एक औरत के जिस्म को भूखे भेड़िए की तरह देखती है ?? औरत होना क्या आज के युग में पाप है ? अपने मन की पीड़ा औरत किससे कहे ?? हर रिश्ते की तरफ वो उम्मीद की नजरों से देखती है कि कोई तो हो जो उससे उसका दर्द पूछे ? क्या पूरी जिन्दगी सहते रहना ही एक "औरत" का धर्म है ?? इन सब सवालों में जूझती एक "लड़की " की आप बीती .. जिसको इस बेरहम समाज ने कब "औरत" बना दिया कि उसे भी नही पता लगा !
अंत by AnzuhRuhnem
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"नमन;-" वैसे तेरी बहन थी बहुत मजेदार... बहुत मज़ा करवाया उसने मुझे..साली खुद ही कपड़े उतार देती थी.. अपना एक एक अंग दिखा दिखा कर कपड़े उतारती थी कि एक नशा सा हो जाता था मुझे..साली रोज़ चूस चूस कर मांगती थी.."" राज़;-" साले हरामजादे!!! हाथ खोल मेरे हाथ खोल..!! तब बताता हूं तुझको कि किसी की बहन के बारे में गंद बोल कर क्या मिलता है तुझे काट कर तेरे टुकड़े कुत्तों को खिला दूंगा समझा...!!!"" "जब सब तरफ आंतक हो ,बुराई हो ,जुल्म हो ,दुख हो , क्या तब भी वहा प्यार जन्म ले सकता है और एक दुसरे की ताकत बन कर बुराई का अन्त कर सकता है जानने के लिये जरूर पढे एक प्यार और बदले की कहानी ! This is a work of fiction. All rights reserved. No part of this publication may be reproduced, distributed, or transmitted in any form or by any means, including photocopying, recording, or other electronic or mechanical methods, without the prior written permission of the author, except in the case of brief quotations embodied in critical reviews and certain other noncommercial uses permitted by copyright law.
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