इस बुक में मेरे द्वारा लिखी गई देशभक्ति कविता,शायरी का संग्रह है आपका एक कमेंट हमे और और लिखने को प्रोत्साहित करेगा ...
यदि आपको कोई गलती मिले तो जरूर कमेंट में बताएं .
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किस गुल से हुस्न टपकता है किस खुश्ब की रवानी रहती है
तेरे नर्म होंठो की अरक हर गुलशन की कहानी कहती है
........ (जब सहबा ए कुहन....)
और जबसे सुना है उनके खयालात हमारी कब्र को लेकर
जनाब! हमें तो अब मरन...