लड़का, जो भारत में पीछे छूट गया है, धीरे-धीरे दिन-प्रतिदिन सब्र करता है, उम्मीद करता है कि लड़की की वापसी हो जाए। उसका प्यार किसी सीमा का अनुभव नहीं करता है, और उसकी आग सब कुछ बढ़ती है हर पल। इसी बीच, उनके दोस्त समर्थन के स्तंभ के रूप में खड़े होते हैं, जो अव्यक्त इच्छाओं के जाल में फंसे हुए पीड़ित आत्माओं को देखते हैं।
जब चरित्रों के सामर्थ्यों की पर्दाफाश होती है, तब कहानी पाठकों के साथ एक भावनात्मक जाल बुनती है। अप्रत्याशित मुलाक़ातों के उत्साह से लेकर अलगाव के दिलचस्प पलों तक, हर पन्ना हमारे हृदय के तारों को खींचती है, जो हमारे भावों को चीरती हैं।
"अमर रिश्ते: प्यार और दोस्ती की एक कहानी" एक अद्भुत रचना है जो मानव संबंध की मूल बात को पकड़ती है, प्यार, दोस्ती, और मानवीय हृदय की जटिलताओं के गहराईयों में उतरती है। हर पन्ने के साथ, पाठक वास्तविकता और काल्पनिकता के बीच स
She got married to her childhood friend but on the wedding night he said that
"I love someone else so don't expect anything from me"
And next day his girlfriend came and convinces her to give him divorce
He doesn't know that she was his childhood friend
After divorce she was going to hotel when she met her ex husband rival and he took her to their reception party which was on the same day and at reception party he kissed her infront of everyone and said..
"She is mine now"
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