Just Friends... Right? - (Hindi Edition)
2 parts Ongoing कुछ रिश्ते 'दोस्ती' के नाम पर शुरू होते हैं...
और वहीं से बर्बाद भी।
आरव और रिया-
दो नाम, दो ज़िंदगियाँ...
और एक ऐसी कहानी जो स्कूल की गूँजती घंटियों में शुरू होकर
गलतफ़हमियों के अँधेरे में खो जाती है।
स्कूल में उनकी पहली मुलाक़ात बस एक मज़ाक थी,
लेकिन धीरे-धीरे...
मुस्कानें आदत बनीं,
आदतें दोस्ती बनीं,
और दोस्ती... एक ऐसे एहसास में बदलने लगी
जिसका नाम किसी ने ज़ुबान पर नहीं लाया।
दूरी बढ़ती गई...
बातें कम होती गईं...
और एक दिन-
वो पल आया जिसने दोनों की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल दी।
क्या सिर्फ दोस्ती किसी को बचा सकती है?
या कभी-कभी... दोस्त ही सबसे बड़ा खोया हुआ प्यार बन जाते हैं?
ये कहानी है-
पहली नज़र की हँसी की,
आख़िरी मुलाक़ात की चुप्पियों की,
और उस प्यार की...
जो कब आया और कब खो गया,
किसी को पता ही नहीं चला।
"Just Friends... Right?"
क्योंकि कभी-कभी, यही सवाल पूरी ज़िंदगी बन जाता है।