2 parts Ongoing यह कहानी दो ऐसे किरदारों की है जिनकी दुनिया, सोच और रास्ते बिल्कुल अलग हैं। एक तरफ़ एक ताक़तवर शख़्स है, जिसके हाथ में हुकूमत है, फ़ैसले हैं और ज़िम्मेदारियों का बोझ है। दूसरी तरफ़ एक ख़ुद्दार, साफ़दिल और उसूलों पर चलने वाली औरत है, जो हालात से समझौता तो कर लेती है लेकिन अपने आत्मसम्मान से कभी समझौता नहीं करती।
हालात इन दोनों को एक ऐसे रिश्ते में बाँध देते हैं जहाँ न मोहब्बत होती है और न ही भरोसा। शुरुआत तकरार, ख़ामोशी और नफ़रत से होती है। हर मुलाक़ात में टकराव है, हर बात में दूरी है। लेकिन वक़्त के साथ जब एक-दूसरे के जज़्बात, तकलीफ़ें और सच्चाई सामने आती है, तो दिलों की सख़्ती धीरे-धीरे पिघलने लगती है।
वह औरत अपने सब्र, हिम्मत और सच्चाई से उस ताक़तवर शख़्स की सोच बदल देती है। वहीं वह शख़्स अपने इंसाफ़, समझदारी और एहतराम से उसके दिल में जगह बना लेता है। इस सफ़र में सा