Story cover for tu kbhi aaeyga nhi  by haya__143
tu kbhi aaeyga nhi
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Ongoing, First published Nov 09, 2024
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किताबें कहानियां by Nayaabwritter
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इस पुस्तक की सभी सामग्री-जिसमें शायरी, कविताएँ, पंक्तियाँ, शीर्षक, विचार और समस्त साहित्यिक सामग्री शामिल हैं-पूर्णतः अज़हर अली की मौलिक (Original) रचनाएँ हैं। इस पुस्तक की कहानियां स्वम लेखक पर आधारित हैँ। किताब में कहानियाँ शायरी ग़ज़ल और ज़िंदगी के अलग अलग पहलू जुड़े हुए हैँ। अज़हर अली समकालीन हिंदी साहित्य में उभरते हुए उन लेखकों में से हैं, जिन्होंने पिछले दश वर्षों में अपने लेखन को निरंतर निखारा है और पाठकों के बीच एक संवेदनशील, भावुक और गहन सोच रखने वाले लेखक के रूप में अपनी पहचान स्थापित की है। शब्दों के माध्यम से भावनाओं को चित्रित करने की उनकी प्राकृतिक क्षमता उन्हें आधुनिक शायरी की नई पीढ़ी के प्रमुख रचनाकारों में स्थान देती है। लेखन के प्रति उनकी रुचि केवल एक शौक नहीं, बल्कि एक आत्मिक साधना है। समय के साथ यह साधना और गहरी होती गई है, और यही कारण है कि उनकी र
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किस गुल से हुस्न टपकता है किस खुश्ब की रवानी रहती है तेरे नर्म होंठो की अरक हर गुलशन की कहानी कहती है ........ (जब सहबा ए कुहन....) और जबसे सुना है उनके खयालात हमारी कब्र को लेकर जनाब! हमें तो अब मरने से भी मोहब्बत हो गई ...... (मोहब्बत हो गई...) इस्तिहारा करूं, इस्तिखारा करूं तू फिर मिले तो मैं इश्क दोबारा करूं ...... (तू फिर मिले...) फिर अंधेरों में नए शफ़क की तलाश है फिर नया दिन नए सफर की तलाश है ...... (तलाश है....) . इश्क़ मेरा हिकायत-ए-मग़्मूम तो नहीं? मेरी जां हमारा इश्क़ कोई जुल्म तो नहीं? ....... (इश्क़ मेरा....) "अगर तुम हमसे आश्ना हो, तो फिर ठीक है 'गर नहीं तो फिर कुछ नहीं हमारा तो तआ'रुफ़ ही तुमसे है अगर तुम नहीं तो फिर कुछ नहीं" ..........( तो फिर कुछ नहीं....) . . . . . . For more interesting poetries you can continue reading this book till the end. Yeah I know some of poetries from this book is not that good but don't worry move forward because I'm damn sure you'll surely the next one because sometimes my mind doesn't know how to put actual words and that's how I end up with anything similar and sometimes it doesn't get along. For that please
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