
ये बड़ी अटपटी सोच थी, मेरे नए जवानी के, जब मैं पहुंचा घर अपने नानी के, एक अलग ही चाहत थी, मेरे इस कहानी के ...चाहत उस छोटी लड़की से जो अभी 10,11 साल की है। मेरे मामा की लड़की ... इनाया, जिसकी मासूम अदाए, प्यारी शक्ल,और नादानी सोच ने, मेरी सोच क़ो बेकाबू कर लिया। इनाया जब भी होती है मेरे पास, तब होने लगता है मुझे ऐसा एहसास, जो प्यार नहीं गलत विचार थे। मेरी मन की जब चाहत होने लगी मुझे, उसके तन कीAll Rights Reserved