पुस्तक का सारांश (हिंदी में):
कहानी एक शांत शहर के पार्क में शुरू होती है, जहां एक खौफनाक हत्या पूरे शहर को दहशत में डाल देती है। इंस्पेक्टर अंजली वर्मा इस मामले की जांच की जिम्मेदारी लेती हैं। हत्या की विचित्रता और बर्बरता उसे इस बात का एहसास कराती है कि यह मामला साधारण नहीं है।
जांच के दौरान अंजली को एक खून से सनी डायरी मिलती है, जिसमें एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की गहरी उलझनों के संकेत मिलते हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती है, अंजली को यह महसूस होता है कि यह हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा है, जिसमें शहर के कुछ गहरे राज छिपे हुए हैं।
जांच के दौरान, अंजली को माया वर्मा नाम की एक मनोचिकित्सक से मिलना पड़ता है, जो पीड़ित और कुछ संदिग्धों के मानसिक संघर्ष के बारे में जानकारी देती है। जांच गहराते ही अंजली और उसकी टीम को कई ऐसे संकेत मिलते हैं, जो एक खतरनाक मानसिकता और गहरी साजिश की ओर इशारा करते हैं।
कहानी रहस्य, सस्पेंस और मानसिक उलझनों के बीच घूमती है, जहां अंजली को न केवल अपराधी की पहचान करनी होती है, बल्कि उसके अपराध के पीछे की मानसिकता को भी समझना पड़ता है। यह हत्या, साजिश, और मानसिक संघर्ष की एक दिलचस्प और डरावनी यात्रा है।
यह पुस्तक मानसिक विकृति, अपराध, और साजिश की परतों को उजागर करती है, जो पाठकों को आखिरी पन्ने तक बांधे रखती है।