जैसे-जैसे समय बीतता है, अर्जुन और राधिका के बीच भावनात्मक दूरी कम होने लगती है। दोनों एक-दूसरे की जिंदगी में गहराई से जुड़ते जाते हैं। अर्जुन, जो पहले शादी को एक सौदा मानता था, अब राधिका के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकता। दूसरी तरफ, राधिका भी अर्जुन के प्रति भावनाएं महसूस करने लगती है, लेकिन उसे हमेशा यह डर सताता है कि क्या यह रिश्ता सिर्फ एक कॉन्ट्रैक्ट है, या इसमें कोई सच्चाई भी है।All Rights Reserved