ईशानी का जीवन दर्द और अकेलेपन से भरा था, क्योंकि उसकी सौतेली मां ने उसे सताया और उसके पिता ने उसे नजरअंदाज किया। उसकी शादी अद्विक से हुई, जिसे वह जानती भी नहीं थी। एक रात, उसने अपना दुखद अतीत अद्विक को बताया, यह सोचकर कि वह उसे छोड़ देगा। लेकिन अद्विक ने सहानुभूति दिखाई और वादा किया कि वह उसे प्यार और सम्मान देगा। उसने कहा कि वह उनके रिश्ते को तब तक आगे नहीं बढ़ाएगा, जब तक ईशानी खुद तैयार न हो। अद्विक की दया ने ईशानी के जीवन में एक नई उम्मीद जगाई, और दोनों ने भरोसे और समझ से एक नया रिश्ता शुरू किया।
भाषा - हिंदी
पात्र - अद्विक, ईशानी
प्रकार - काल्पनिक
Zeher vekh ke peeta te ki peeta
Ishq soch ke keeta te ki keeta
Dil de ke dil lain di aas rakhi
Pyar soch k keeta te ki keeta
There is a fine line between obsession and passion
And they ...well they have something between .....
between like and hate
Between love and lust
Between hunger and power
Between trust and respect