कविश, इस जन्म में मैं तुम्हारे साथ नहीं हूँ, लेकिन मेरे दिल में तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता। कविश, मुझे चक्कर आ रहे हैं, सुमायरा... सुमायरा, तुम ठीक तो हो ना? सुमायरा बेहोश हो चुकी थी। तभी अचानक... तुम यहाँ कैसे आये? तुम यहाँ क्यों आये हो? तुम्हें क्या चाहिए? सुमायरा क्यों बेहोश हो गई? कौन आया था कविश से मिलने और क्यों? कविश उसे कैसे जानता था? ये सब जानने के लिए कहानी के पन्नों में डूबकी लगाएँ। अब ये हो गया और भी रोमांचक! क्या आगे की कहानी जानना चाहोगे? 😊All Rights Reserved