Chaitra Navratri 2025 के लिए सोशल बुकमार्किंग सबमिशन
  • Reads 5
  • Votes 0
  • Parts 1
  • Reads 5
  • Votes 0
  • Parts 1
Ongoing, First published Feb 25
1 new part
chaitra navratri 2025 30 मार्च से 7 अप्रैल तक मनाई जाएगी। यह हिंदू नववर्ष की शुरुआत है, जिसमें माता दुर्गा के 9 रूपों की पूजा और उपवास किया जाता है।
All Rights Reserved
Sign up to add Chaitra Navratri 2025 के लिए सोशल बुकमार्किंग सबमिशन to your library and receive updates
or
Content Guidelines
You may also like
गायत्री चालिसा by mshranand
1 part Ongoing
पं. भागवत प्रसाद मिश्र "शास्त्री" रचित गायत्री चालिसा दोहा ब्रम्हज्ञान प्रसारिणी, सकल सिद्धी की खान । बन्दहूँ गायत्री तुम्हे, करहु कृपा जन जान ।। चौपाई जयति जयति गायत्री माता । ध्यावहिं विष्णु विरूपि विधाता ।। ब्रम्हज्ञान प्रसारिणी जय जय । संकट सकल निवारिणी जय जय ।। मोद भरणि सुख सम्पत्ति दायिनि । जयति जयति जय विश्व निधायिनि ।। ऊँ स्वरूपिणि कलि मल नाशिनि । भूर्भुवः स्वः स्वयं प्रकाशिनि।। त्तसवितु हंसासुनि धन्या । तथा वरेण्यं वर विधि कन्या ।। भर्गो भागहिं सकल कलेशा । ध्यावहिं जो देवस्य हमेशा ।। धीमबहि धैर्य स्थैर्य सदुपायिनि । धियो बुद्धि बल विद्या दायिनि।। योनः नित नव मंगल करिणी । प्रचोदयात निखिल अघ हरिणी ।। लषण पवन सुत कृष्ण स्वरुपिणी । राधा नारायण अनुरुपिणि।। हय ग्रीव अरु गरुड. गोपाला । रमा रमेश नृसिंह विधि बाला ।।
कृष्णसखी की कहानियां by RadhikaKrishnasakhi
12 parts Ongoing
आपके प्यारे श्याम जु से जुड़ी कहानियों की दुनियां में प्रवेश करने के लिए सज्य हो जाईए... इस किताब में अनेक लघुकथाएँ एवं कविताएँ है लाल जु को ध्यान में रखकर लिखी गयी है... जो लेखक की कल्पनाओं द्वारा बुनी गयी है जिसका वास्तविकता से कोई सम्बंध नही है !! कहानियों की सूची - 1) माई - ( कहानी एक ऐसी महिला की जो कृष्ण के लिए ममता का भाव रखती है... कैसे वो एक माँ को उसके प्रेम का हक दिंगे... ) 2) श्री राधे - (कैसे मिली वृंदावन में श्री राधे से कृष्ण को ढूंढते हुए...) 3) राधेश्याम की अनसुनी कहानी 4)एक मुलाकात श्याम संग ...- (कृष्ण से अनोखी मुलाकात का आभास।।।) 5) आँख मिचौली - (कृष्ण प्रेम समझने का मौका... कृष्ण प्रेमी द्वारा...) 6)प्रेम को देखा है ? 7)कृष्ण की सखी - (एक कृष्णसखी की छोटी सी कहानी) 8) 9) 10) ●राधिका कृष्णसखी
रामायण के अनसुने रहस्य by Hindire
1 part Complete
जिनके बारे मैं शायद आप नही जानते हो, रामायण को ऋषि वाल्मीकी द्वारा लिखा गया था।जिसमें उन्होंने ने मूल रूप से भगवान राम ओर सीता के जन्म से लेके मृत्यु तक की सभी बातों का उल्लेख किया गया है। भगवान राम अयोध्या के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे, राजा दशरथ को चार पुत्र थे जिनका नाम राम, भरत, लक्ष्मण ओर शत्रुघन थे और सीता माता मिथिला नरेश जनक की पुत्री थी ऐसा माना जाता है के राजा जनक को कोई संतान नही थे एक ऋषि के कहने पे अपने नगर मैं पड़े सूखे के अकाल को ख़त्म करने के लिए यग़ किया ओर यग के बाद उन्होंने राजा को हल जोतने के लिए कहा और हल जोतने के समय उन्हें वहाँ पे सोने की टोकरी से मिटी मैं लिपटी हुए एक सुन्दर कन्या मिली जिसे हाथों मैं लेते हे उन्हें पिता होने के ऐहसास हुआ। राजा ने उस कन्या को अपना लिया ओर सीता नाम दिया जिन्हें हम माता सीता के नाम से जानते है।
You may also like
Slide 1 of 9
Tales from Dwarka cover
कुरान  non-Muslims के साथ किस तरह का  सुलूक  करने के लिए बोलता है   cover
गायत्री चालिसा cover
Ramzan-ul-Mubarak main padhne ki dua'en. cover
कृष्णसखी की कहानियां cover
रामायण के अनसुने रहस्य cover
Peer - E - Kamil cover
Hum Sabke Krishn cover
पाठशाला cover

Tales from Dwarka

6 parts Ongoing

Compilation of my imaginary "behind the scenes" from the life of Vasudev Krishna and his close associates. Though imaginary, the stories have been placed around the real contexts as per mahabharta and garg samhita. Happy Reading! Radhe Radhe <3