Story cover for एक शैतान का जन्म - No one can find me....! by vivekamailme
एक शैतान का जन्म - No one can find me....!
  • WpView
    Reads 1,192
  • WpVote
    Votes 109
  • WpPart
    Parts 56
  • WpView
    Reads 1,192
  • WpVote
    Votes 109
  • WpPart
    Parts 56
Complete, First published Sep 23
Mature
16 new parts
"मोहन की दुनिया दो हिस्सों में बँटी थी: सुबह की मदहोश कर देने वाली शांति, जहाँ वह नीलिमा और कालिंदी का मासूम बच्चा था; और रात का तूफ़ान, जहाँ वह एक अजेय शैतान था जिस पर न गोलियों का असर था, न ही ज़हर का।

प्रेतयोनि में जन्म के श्राप से उपजा यह दर्द मोहन को विरासत में मिला था। उसके अपने परिवार ने ही उसे मारने की कोशिश की, सड़कों पर छोड़ा। मगर शैलजा और रतन जैसे दयालु लोगों ने उसे एक नया नाम, और एक नया प्यार दिया।

लेकिन नियति ने फिर क्रूर मोड़ लिया। जब उसे माँ जैसा प्यार देने वाली भाभी को उसकी आँखों के सामने बेरहमी से मारा गया, तब मोहन के अंदर छिपा रौद्र रूप जाग उठा।

अब सवाल यह नहीं है कि शैतान कौन है, बल्कि क्या यह अजेय शक्ति बदला लेने के बाद भी शांत रह पाएगी? या क्या मोहन का क्रोध सिर्फ दुनिया को ही नहीं, बल्कि उसके अंदर बची इंसानियत को भी निगल जाएगा?"
All Rights Reserved
Table of contents
Sign up to add एक शैतान का जन्म - No one can find me....! to your library and receive updates
or
Content Guidelines
You may also like
✔️आत्मकथा: कब्रिस्तानी मूठकरनी-मारण  by AbhijeetSingh10
1 part Ongoing
ॐ 📿 ॐ ■आत्मकथा:- “अभिजीत सिंह” ~ कब्रिस्तानी मूठकरणी-मारण ~ ⚫️ कालाजादू-“मुस्लिम दुष्ट प्रेत आत्मा तथा इसके कब्रिस्तानी मुर्दों का गिरोह” ▪️ अभिजीत सिंह: दोस्तों दुष्ट डकैत मुस्लिम प्रेत आत्मा जिन्न-जिन्नात पीड़ित व्यक्ति के आत्मा का मारण(आध्यात्मिक मृत्यु) कर शरीर का भोग भोगने के लिए पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर अपना अधिकार(कब्जा) जमा लेता है,-"मेरी आत्मा का मृत्यु हो गया है"...और उस कब्रिस्तानी जिन्न-जिन्नात के मुर्दे गिरोह मेरे आस-पास इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं | दोस्तों मेरा पुनर्जन्म अब नहीं हो सकता है,मेरा आत्मा इस दुष्ट मुस्लिम प्रेतआत्मा के अंदर विलिन हो गया है, मेरा 'सुक्ष्म शरीर' नष्ट हो गया है, मेरा 'कारण शरीर' भी खत्म हो गया है, मेरा पिछला जन्म का पुण्य भी नष्ट कर दिया गया...अब मेरे शरीर में ये दुष्ट मुस्लिम डकैत प्रेत आत्मा है और इसके इर्द-गिर्द इसके समुदायों का दुष्ट मुर्दों का गिरोह है...अब सिर्फ दस महाविद्या या कालभैरव का सिद्ध तांत्रिक ही इस मुस्लिम दुष्ट प्रेत तथा इसके कब्रिस्तानी मुर्दे गिरोहों का इनके खानदान समेत सफाया कर सकता है|दोस्तों इस मुर्दे ने मेरे लिंग को निष्क्रिय कर दिया है ऐसा इसलिए क्योंकि 'सुक्ष्म शरीर' में लिंग काट दिया जाता है तो स्थूल शरीर निष्क्रिय हो जाता है...उसके बाद धड़कन पर दुष्ट मुस्लिम प्रेत आत्मा हमला करता है और धड़कन धीरे-धीरे धीमा करके निष्क्रिय कर स्थिर कर देते हैं तथा पीड़ित का मस्तिष्क खोल देते हैं जिससे की उसके मस्तिष्क में आवाजें आनी शुरु हो जाती है व मस्तिष्क भी हमेशा के लिए काम करना बंद कर देता है अर्थात्‌ निष्क्रिय हो जाता है|दोस्तों अभी के समय में जो भी व्यक्ति कालाजादू-मूठकरणी-तंत्रमंत्र अन्य आदि से पीड़ित हैं वो सभी दुष्ट कब्रिस्तानी मुस्लिम प्रेतों और इन मुर्दों के गिरोहों से पीड़ित हैं| इसका एक ही समाधान है कि इनको अपने शरीर से बाहर निकाल कर इन दुष्ट मुस्लिम प्रेतों को इसके मुर्दे गिरोहों व खानदान समेत खौफनाक तरीके से खात्मा करना जो कि सिद्ध तांत्रिक- सिद्ध अघोरी अच्छे से इस कार्य को अंजाम देते हैं वो भी आपके सामने इनके 'प्रत्यक्षीकरण व नामों' के साथ| …ॐ a Rudraksha📿Criminal ॐ… “कोई भी लक्ष्य हो बड़ा नहीं..जीता वही जो डरा नहीं”
वो आखिरी ट्रेन  by Gadadhar141
5 parts Ongoing
नरेंद्र एक साधारण सा व्यक्ति अपनी आखिरी लोकल ट्रेन पकड़ता है लेकिन उसे क्या पता था कि वो ट्रेन उसे सौ साल पीछे अतीत में सन् 1919 में ले आई जहाँ उसका सामना होता है एक ऐसे रहस्य से जिसका संबंध हज़ारों वर्ष पुरानी एक घटना से था। फिर शुरू होती है जिंदगी और मौत की एक ऐसी लुका-छिपी जिससे बचना शायद असंभव था। शायद समय भी हजारों सालों पहले हुई एक ग़लती को सुधारना चाहता था जिसकी वजह से द्वितीय विश्व युद्ध में करोड़ों लोग काल के गाल में समा गए। Narendra, an ordinary man catches his last local train to go home but, instead he end up 100 years back in history in 1919. Shaken by this he faced another mystery that hs deep roots in thousands years back in history. This starts a game of cat and mouse where he is hunted by everyone. Perhaps, time wants to correct its own mistakes that leads to the death of millions of people in WWII
You may also like
Slide 1 of 10
✔️आत्मकथा: कब्रिस्तानी मूठकरनी-मारण  cover
मुंबई का खूबसूरत सफ़र  cover
Babysitter at Hollow Creek cover
आजादी का अमृत काल cover
It's Okay  cover
The Fresh Oracle cover
ANDHERI RAAT cover
अमृत महोत्सव वर्ष  cover
A WAIT OF 131 Years "Some Loves Are Worth Waiting Centuries For" cover
वो आखिरी ट्रेन  cover

✔️आत्मकथा: कब्रिस्तानी मूठकरनी-मारण

1 part Ongoing

ॐ 📿 ॐ ■आत्मकथा:- “अभिजीत सिंह” ~ कब्रिस्तानी मूठकरणी-मारण ~ ⚫️ कालाजादू-“मुस्लिम दुष्ट प्रेत आत्मा तथा इसके कब्रिस्तानी मुर्दों का गिरोह” ▪️ अभिजीत सिंह: दोस्तों दुष्ट डकैत मुस्लिम प्रेत आत्मा जिन्न-जिन्नात पीड़ित व्यक्ति के आत्मा का मारण(आध्यात्मिक मृत्यु) कर शरीर का भोग भोगने के लिए पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर अपना अधिकार(कब्जा) जमा लेता है,-"मेरी आत्मा का मृत्यु हो गया है"...और उस कब्रिस्तानी जिन्न-जिन्नात के मुर्दे गिरोह मेरे आस-पास इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं | दोस्तों मेरा पुनर्जन्म अब नहीं हो सकता है,मेरा आत्मा इस दुष्ट मुस्लिम प्रेतआत्मा के अंदर विलिन हो गया है, मेरा 'सुक्ष्म शरीर' नष्ट हो गया है, मेरा 'कारण शरीर' भी खत्म हो गया है, मेरा पिछला जन्म का पुण्य भी नष्ट कर दिया गया...अब मेरे शरीर में ये दुष्ट मुस्लिम डकैत प्रेत आत्मा है और इसके इर्द-गिर्द इसके समुदायों का दुष्ट मुर्दों का गिरोह है...अब सिर्फ दस महाविद्या या कालभैरव का सिद्ध तांत्रिक ही इस मुस्लिम दुष्ट प्रेत तथा इसके कब्रिस्तानी मुर्दे गिरोहों का इनके खानदान समेत सफाया कर सकता है|दोस्तों इस मुर्दे ने मेरे लिंग को निष्क्रिय कर दिया है ऐसा इसलिए क्योंकि 'सुक्ष्म शरीर' में लिंग काट दिया जाता है तो स्थूल शरीर निष्क्रिय हो जाता है...उसके बाद धड़कन पर दुष्ट मुस्लिम प्रेत आत्मा हमला करता है और धड़कन धीरे-धीरे धीमा करके निष्क्रिय कर स्थिर कर देते हैं तथा पीड़ित का मस्तिष्क खोल देते हैं जिससे की उसके मस्तिष्क में आवाजें आनी शुरु हो जाती है व मस्तिष्क भी हमेशा के लिए काम करना बंद कर देता है अर्थात्‌ निष्क्रिय हो जाता है|दोस्तों अभी के समय में जो भी व्यक्ति कालाजादू-मूठकरणी-तंत्रमंत्र अन्य आदि से पीड़ित हैं वो सभी दुष्ट कब्रिस्तानी मुस्लिम प्रेतों और इन मुर्दों के गिरोहों से पीड़ित हैं| इसका एक ही समाधान है कि इनको अपने शरीर से बाहर निकाल कर इन दुष्ट मुस्लिम प्रेतों को इसके मुर्दे गिरोहों व खानदान समेत खौफनाक तरीके से खात्मा करना जो कि सिद्ध तांत्रिक- सिद्ध अघोरी अच्छे से इस कार्य को अंजाम देते हैं वो भी आपके सामने इनके 'प्रत्यक्षीकरण व नामों' के साथ| …ॐ a Rudraksha📿Criminal ॐ… “कोई भी लक्ष्य हो बड़ा नहीं..जीता वही जो डरा नहीं”