"राहों की साज़िशों पे ज़रा ध्यान दीजिए, हर मोड़ पे मकाम की, पहचान कीजिए..!! 'अपने ही दिल से कीजिए.. कुछ आज गुफ़्तगू , इस बेदिली को दिल से अब.. अन्जान कीजिए..!! 'दो-चार फैसलों से, ना कुछ काम चलेगा हर फ़ैसले के साथ कुछ.. ईमान कीजिए..!!All Rights Reserved