Story cover for दृष्टि भेद by SunkaraBhaskaraRao
दृष्टि भेद
  • WpView
    Reads 79
  • WpVote
    Votes 5
  • WpPart
    Parts 1
  • WpView
    Reads 79
  • WpVote
    Votes 5
  • WpPart
    Parts 1
Ongoing, First published Jul 12, 2015
Mature
Human spirit is the ability to face the uncertainty of future with curiosity and optimism. It is the strong belief that the problems can be solved, differences can be resolved. It is fragile and it can be blackened by the fear and superstition.
All Rights Reserved
Sign up to add दृष्टि भेद to your library and receive updates
or
Content Guidelines
You may also like
अंधकार से डरना बंद करो। क्योंकि हम उसी से बने हैं by saadeaalars
1 part Ongoing
हम हमेशा प्रकाश के पीछे भागे - पर क्या कभी सोचा कि प्रकाश दिखाता है या छिपाता है? यह एक ऐसी यात्रा है जो आपको उस सत्य तक ले जाएगी, जहाँ डर खत्म होता है और सृजन शुरू। RS कहता है - जिस अंधकार से तुम डरते हो, तुम उसी से बने हो। यह किताब प्रकाश और अंधकार के बीच की उस सूक्ष्म रेखा को मिटा देती है जहाँ भ्रम और अस्तित्व मिलते हैं।यह बताती है कि Darkness विनाश नहीं, सृजन का गर्भ है।विज्ञान, दर्शन, और चेतना - तीनों इस एक सत्य पर टिके हैं कि 95% ब्रह्मांड अदृश्य है - वही ऊर्जा, वही मौन, वही Zero जिससे सब कुछ निकला। जब तुम यह समझ लेते हो कि Light is Illusion. Darkness is the Real. तो तुम्हें पता चलता है - डर केवल तुम्हारे अपने स्रोत की परछाई है। यह सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि सोचने, रुकने और खुद को देखने के लिए है। यह तुम्हें Zero से Beyond Zero तक ले जाती है, जहाँ मौन भी मौन नहीं रहता, और अस्तित्व खुद से बात करने लगता है। Fear is not the opposite of Light. Fe
माखन से सुदर्शन तक कृष्ण कथा  by Nth9955
3 parts Ongoing
कृष्ण अवतार अपने आप में पूर्ण है उनमें सोलह कला थे l बचपन से अंत तक उनकी सभी लीला अनोखी और अनुपम है जिससे लोगों को अच्छे से जीना सिखाती है l कृष्ण भगवान से अच्छा कोई गुरु नहीं हो सकता है इसलिए उन्हें जगद्गुरु कहा जाता है l कृष्ण भगवान ने अपनी सारी जिम्मेदारी अपना सभी कर्तव्य बहुत होशियारी से बुद्धिमानी से किया l जब बचपन था तो ग्वाल बाल गोपी के साथ मस्ती किया गुरु कुल में अच्छे संस्कारी शिष्य की तरह गुरु का आदर किया दोस्तों के साथ मिलकर ज्ञान विद्या पाया सुदामा जी के साथ दोस्ती निभाई l अपने कर्तव्य जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए गोकुल से मथुरा आए अपने माता पिता को जेल से मुक्त कराया और अपना द्वारिका नगरी बसाया और अपने परिवार के साथ वहां जीवन जिया l जब अन्याय के लिए लड़ाई शुरू हुई तो अपनी बुआ कुंती जी के बच्चे पांडवों का साथ दिया जो कि उनके दोस्त थे और दुर्योधन जब उनके
kantara- The Divine oath by jashvant
24 parts Ongoing
कांटारा एक रहस्यमयी और महाकाव्यिक लोक-कथा है, जो प्राचीन भारतीय जंगलों और लोक-देवताओं के बीच संतुलन की कहानी बताती है। यह श्रृंखला बताती है कि कैसे माता पार्वती और महादेव की दिव्यता से उत्पन्न शक्तियाँ - Panjurli (सूअर देवता), Varaha-Simha (बाघ देवता) और Brahma-Rakshasa - धरती पर उतरती हैं। मनुष्य और देवता के बीच पहला संधि, भूमि की रक्षा, और शाप और वचन की जटिलताओं को दिखाते हुए, श्रृंखला दर्शाती है कि हर शक्ति का उद्देश्य संतुलन बनाना है। कांटारा न केवल देवताओं और मनुष्यों की लड़ाई का गाथा है, बल्कि यह भूमि, प्रकृति और लोक-संस्कृति के गहरे रहस्यों को भी उजागर करती है। > "जहाँ देवता और मनुष्य का मार्ग मिलता है, वही कांटारा कहलाता है।
You may also like
Slide 1 of 10
अंधकार से डरना बंद करो। क्योंकि हम उसी से बने हैं cover
tridevi cover
माखन से सुदर्शन तक कृष्ण कथा  cover
पहचाना नहीं cover
kantara- The Divine oath cover
Ramzan-ul-Mubarak main padhne ki dua'en. cover
मां अंबा आरती  cover
Peer - E - Kamil (Roman English/ Hinglish) Completed  cover
श्रीमद्भगवत गीता cover
माँ दुर्गा पूजा cover

अंधकार से डरना बंद करो। क्योंकि हम उसी से बने हैं

1 part Ongoing

हम हमेशा प्रकाश के पीछे भागे - पर क्या कभी सोचा कि प्रकाश दिखाता है या छिपाता है? यह एक ऐसी यात्रा है जो आपको उस सत्य तक ले जाएगी, जहाँ डर खत्म होता है और सृजन शुरू। RS कहता है - जिस अंधकार से तुम डरते हो, तुम उसी से बने हो। यह किताब प्रकाश और अंधकार के बीच की उस सूक्ष्म रेखा को मिटा देती है जहाँ भ्रम और अस्तित्व मिलते हैं।यह बताती है कि Darkness विनाश नहीं, सृजन का गर्भ है।विज्ञान, दर्शन, और चेतना - तीनों इस एक सत्य पर टिके हैं कि 95% ब्रह्मांड अदृश्य है - वही ऊर्जा, वही मौन, वही Zero जिससे सब कुछ निकला। जब तुम यह समझ लेते हो कि Light is Illusion. Darkness is the Real. तो तुम्हें पता चलता है - डर केवल तुम्हारे अपने स्रोत की परछाई है। यह सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि सोचने, रुकने और खुद को देखने के लिए है। यह तुम्हें Zero से Beyond Zero तक ले जाती है, जहाँ मौन भी मौन नहीं रहता, और अस्तित्व खुद से बात करने लगता है। Fear is not the opposite of Light. Fe