इस काव्य संग्रह में युवा लेखक 'अजीतसिहं लकवाड़' ने ,भाई बहिन के रिश्तों को सावन की फुहारों के साथ जोड़ने का एंव किसान की स्थिती को बारिश के साथ जोड़ते हुए प्रस्तुत किया है| साथ ही अपने मन के विचरण को बयान किया है| इसमे शब्दो सजावटी ढंग बेहद दिलचस्प है उम्मीद है आप को अवश्य पसंद आयेगा|All Rights Reserved